कोरोना वायरस महामारी से कहीं आपका बच्चा तनाव में तो नहीं?

लाइफस्टाइल डेस्क। हम सभी की आम ज़िंदगी उस वक्त बदल गई जब पिछले साल एक मामूली संक्रमण की तरह शुरू हुए कोरोना वायरस ने तेज़ी से पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। इस वायरस की फैलने की गति को कम करने के लिए कई देशों ने लॉकडाउन लगा दिया। लॉकडाउन का मतलब था कि जो जहां है वो वहीं रहेगा, लोग घरों से सिर्फ ज़रूरी सामान खरीदने के लिए ही निकल सकते हैं। ऑफिस, बाज़ार, मॉल्स, जिम, स्कूल, कॉलेज और इसी तरह की सभी जगहों को बंद कर दिया गया था।

शुरुआत में कोरोना का डर कम था और कई लोग खुश थे कि उन्हें आखिरकार घर पर अपने परिवार के साथ क्वालिटी समय बिताने का मौका मिल रहा है। लेकिन, जल्दी ही कोरोना का क़हर बढ़ता गया और इसी के साथ लोगों के दिलों में डर भी। आज कोरोना वायरस को लगभग 10 महीने हो गए हैं, इस लॉकडाउन और आइसोलेशन ने सभी में तनाव पैदा कर दिया है। कई लोगों की नौकरी गई, कई ने रिश्तेदारों और दोस्तों को खोया, तो कई आज भी परिवार से दूर अकेले कहीं जी रहे हैं। ये तनाव सिर्फ वयस्कों में ही बल्कि बच्चों में भी देखा जा रहा है।

पढ़ाई के बोझ के साथ-साथ अपने दोस्तों, स्कूल से दूर होने की वजह से बच्चे भी तनाव की चपेट में आ रहे हैं। आजकल बच्चों में चिंता, तनाव और अवसाद सबसे आम समस्याएं हैं, जिसका असर उनके व्यवहार पर भी पड़ता है।

कैसे पता लगाएं कि आपका बच्चा तनाव में है या नहीं?

नींद न आना

व्यस्कों की तरह तनाव में बच्चों के लिए भी सोना मुश्किल हो जाता है। अगर आपका बच्चा तनाव में है तो वह भी रात में सो नहीं पाएगा और ऐसी भी उम्मीदें है कि उसे भयानक सपने आएं।

बात-बात पर गुस्सा आना

बच्चे अक्सर गुस्से की समस्या से जूझते हैं। उन्हें अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का सही तरीका नहीं आता। अगर आपके बच्चे को बार-बार गुस्सा आ रहा है, तो ऐसी कोई बात ज़रूर है जो उसे परेशान कर रही हैं।

नाखून चबाना

हम अक्सर तनाव में अपने नाखून चबाते हैं। बच्चों के साथ भी बिल्कुल ऐसा ही होता है। बच्चे भी तनाव में अपनी नाखून चबाते हैं जब वह परेशान हों या तनाव में हों।

खाने-पीने में बदलाव

अगर आपका बच्चा तनाव में है, तो वह या तो ज़्यादा खाएगा या उसे भूख नहीं लगेगी। ज़्यादा खाना या भूख न लगना बच्चों में तनाव के अहम लक्ष्ण हैं।

चिड़चिड़ापन

बच्चे और चिड़चिड़ापन दोनों में गहरा रिश्ता है, लेकिन अगर आपका बच्चा अक्सर ऐसे मूड में दिखता है, तो समझ जाइए कि कोई चीज़ उसे ज़रूर परेशान कर रही है। चिड़चिड़ेपन के साथ गुस्सा आम है। ऐसे में आपको उससे ज़रूर बात करनी चाहिए। साथ ही अगर उनके व्यवहार में अचानक फर्क दिखने लगता है, तो आपको उन पर खास ध्यान देना चाहिए।

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