कुमार सावन की रिपोर्ट:-लातेहार
लातेहार चंदवा – संविधान के निर्माता, समाज सुधारक डॉ. भीमराव अंबेडकर की आज शुक्रवार को बहुजन चेतना मंच के तत्वावधान में महापरिनिर्वाण दिवस चंदवा में मनाया गया।
बाबा साहेब के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई, वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने छह दिसंबर 1956 को अंतिम सांस ली थी. आज के दिन महापरिनिर्वाण दिवस’के रूप में मनाया जाता है, अंबेडकर बहुजन समाज की समानता दिलाने के लिए जीवन भर संघर्ष करते रहे, वे बहुजन समुदाय के लिए राजनैतिक पहचान की वकालत करते रहे,
डॉ. अंबेडकर ने सामाजिक छुआ-छूत और जातिवाद के खात्मे के लिए काफी आंदोलन किए. उन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों, दलितों और समाज के पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए न्योछावर कर दिया, अंबेडकर ने खुद भी उस छुआछूत, भेदभाव और जातिवाद का सामना किया है, जिसने भारतीय समाज को खोखला बना दिया था,
डॉ. अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्यप्रदेश के छोटे से गांव महू में हुआ था,
अपनी जाति के कारण उन्हें सामाजिक दुराव का सामना करना पड़ा, प्रतिभाशाली होने के बावजूद स्कूल में उनको अस्पृश्यता के कारण अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था, इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी, आज बाबा साहेब के विचारों से ही स्वच्छ देश का निर्माण किया जा सकता है, मौके पर बसपा प्रत्याशी रमेश गंझु, अनिल उरांव, सुरेश कुमार उरांव, रवि शंकर राम, गौतम कुमार, कौलेश्वर कुमार, अमृत उरांव, हरि कुमार भगत, जमुना धर लाल भगत, नरेश भगत, लोकसभा क्षेत्र के पुर्व प्रत्याशी अयुब खान, सहित कई लोग उपस्थित थे।