सोनभद्र जिला अस्पताल के हड्डी रोग विभाग में फुट क्लब क्लीनिक वार्ड में नवजात बच्चों के टेढ़े हुए पैरों का इलाज निश्शुल्क किया जा रहा है।

सोनभद्र जिला अस्पताल के हड्डी रोग विभाग में फुट क्लब क्लीनिक वार्ड में नवजात बच्चों के टेढ़े हुए पैरों का इलाज निश्शुल्क किया जा रहा है।

सोनभद्र : जिला अस्पताल के हड्डी रोग विभाग में फुट क्लब क्लीनिक वार्ड में नवजात बच्चों के टेढ़े हुए पैरों का इलाज निश्शुल्क किया जा रहा है। विकलांगता का दंश झेल रहे 13 मासूमों का उपचार किया जा है। जिला अस्पताल में फुट क्लब क्लीनिक खुलने से मासूमों को हड्डी रोग से निजात मिलने का रास्ता साफ हो गया है।

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिला अस्पताल में फुट क्लब क्लीनिक का संचालन 14 सितंबर को किया गया। अब तक कुल 13 बच्चों का इस क्लीनिक में इलाज किया जा रहा है। सप्ताह में सिर्फ शनिवार दो वर्ष तक के वे बच्चे जिनका पैर टेढ़ा या फिर अंदर की ओर घूमा हुआ है, पंजों तथा उन्हें चलने में दिक्कत हो उनका उपचार निश्शुल्क किया जा रहा है। डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम एक्जक्यूटीव राहुल सिंह ने बताया कि यहां पर विकलांगता का दंश झेल रहे नवजात बच्चों का इलाज किया जा रहा है। रोगी को छह से सात सप्ताह तक इस क्लीनिक में आकर उपचार करवाना पड़ता है। तीन-चार सप्ताह में ही बच्चों के पैर सीधे हो जाते हैं और हर सप्ताह में उनका पुराना प्लास्टर काटकर नया प्लास्टर किया जाता है, जिससे उनका पैर सीधा हो सके। उन्होंने बताया कि इसके बाद बच्चों को निश्शुल्क जूता उपलब्ध कराया जा रहा है। इन जूतों को तीन महीने तक पहनना आवश्यक होता है। बाद में उन्हें चार से पांच वर्ष तक जूता पहनना होता है। यह जूता रात में भी उतरना नहीं होता। उन्होंने बताया कि इस क्लीनिक के चिकित्सक आनंद कुमार द्वारा बच्चों की सर्जरी भी की जाती है। मीरजापुर जनपद के दो बच्चे महावीर सिंह (7) तथा बालिका शिवकन्या (3) की सफल सर्जरी भी की गई है।

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