कोरगी में खननकर्ताओं ने खुदवाई सुरक्षा खाई पाट रात भर ढोया बालू।
उपेन्द्र कुमार तिवारी दुद्धी ब्यूरो (सोनभद्र/उत्तर प्रदेश)
विंढमगंज रेंज के कनहर – मलिया संगम तट से बालू ढुलान को जिम्मेदारों की मिली मौन स्वीकृति।विंढमगंज।रेनुकूट वन प्रभाग के विंढमगंज रेंज के अंतर्गत कनहर – मलिया संगम तट पर अवैध खनन रोकने के लिए वन विभाग व पुलिस विभाग द्वारा पखवारे भर पहले खुदवाई गई सुरक्षा खाई शुक्रवार की रात्रि खननकर्ताओं ने पाट दी।सुरक्षा खाई पाटकर खननकर्ताओं ने रात भर सैकड़ो ट्रैक्टर बालू नदी से अवैध ढ़ोया।सूत्रों की माने तो पखवारे भर पूर्व खोदी गयी सुरक्षा खाई गांव में कुछ दबंग ग्रामीणों द्वारा प्रति ट्रैक्टर वसूली और गांव में हो अवैध खनन का हो रहे विरोध को देखते हुए खनवा दी गयी थी कि कही जांच हो जाये तो विभाग के पोल न खुल जाए । योजनाबद्ध तरीके से अखबार में प्रकाशित खबर से उच्च अधिकारियों को भी यह अहसास हो जाये कि विंढमगंज रेंज से अवैध खनन पूरी तरह से बंद है। ।इधर कुछ दिन बीतने के बाद सुरक्षा खाई पाट दी गयी और जिम्मेदारों की हरी झंडी मिलने के बाद खननकर्ता अवैध रेत के कार्य में जुट गए है।नाम ना छापने की शर्त पर कुछ ग्रामीणों ने बताया कि विंढमगंज रेंज का कोरगी गांव स्थित कनहर -मलिया मोहान ,ड्योढ़ी रेलवे ब्रिज के नीचे की नदी ट्रैक्टरों की गड़गड़ाहट से गुलजार रहती है और प्रतिदिन सैकड़ो ट्रैक्टर अवैध बालू क्षेत्र में आपूर्ति होने के साथ ही साथ सैकड़ो ट्रैक्टर बालू ऊँचे दामों पर विंढमगंज बॉर्डर पार झारखंड प्रदेश के सीमावर्ती गांव सहित रेलवे में आपूर्ति दी जाती है।