नहीं आया 108 एंबुलेंस, कोरोना मरीज की मौत, सीएस ने दर्ज कराई प्राथमिकी

नहीं आया 108 एंबुलेंस, कोरोना मरीज की मौत, सीएस ने दर्ज कराई प्राथमिकी
गढ़वा : शुक्रवार की सुबह में कोरोना संक्रमित 85 वर्षीय वृद्ध की कोविड अस्पताल में हुई मौत के मामले ने स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था की पोल खोल दी है। इस मामले में 108 एंबुलेंस के संचालक एजेंसी की लापरवाही भी सामने आई है। स्थिति यहां तक हो गई कि 108 एंबुलेंस को संचालन करनेवाली एजेंसी के विरुद्ध स्वास्थ्य विभाग को गढ़वा थाने में प्राथमिकी दर्ज करानी पड़ी। बताया जा रहा है कि कोविड अस्पताल में भर्ती वृद्ध की रात 11 बजे के बाद हालत बिगड़ने लगी थी।

तब चिकित्सक ने उन्हें रिम्स रांची स्थित कोविड अस्पताल के लिए रेफर कर दिया था। इसके बाद 108 एंबुलेंस को बुलाने के लिए नियमानुसार कॉल किया गया लेकिन समय पर एंबुलेंस नहीं मिल सका। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. एनके रजक ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति की जब गुरुवार की रात करीब 11 बजे हालत बिगड़ने लगी थी तब चिकित्सक ने उन्हें रेफर कर दिया। 108 एंबुलेंस को बुलाने के लिए कॉल किया गया। रात दो बजे तक एंबुलेंस का इंतजार किया जाता रहा। जब उन्हें इसकी सूचना मिली तो अपने स्तर से भी मोबाइल फोन से संपर्क करने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्यकर्मी को 108 एंबुलेंस के चालक व कर्मचारियों के आवास पर भेजकर स्थिति से अवगत कराते हुए अपने स्तर से प्रयास करने का आग्रह किया गया। फिर भी एंबुलेंस नहीं आया। एंबुलेंस के इंतजार में ही मरीज की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि इसे लापरवाही मानते हुए विभाग ने 108 संचालित करने वाली एजेंसी के विरुद्ध गढ़वा थाने में प्राथमिकी दर्ज करा दी है। बता दें कि गढ़वा शहर के जलपथ अंचल के एक इंजीनियर के पिता कोरोना संक्रमित पाए गए थे। उन्हें इलाज के लिए गुरुवार की देर शाम कोविड अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां उन्हें हार्ट अटैक हुआ। चिकित्सक ने गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए रिम्स रांची रेफर कर दिया था।

– पुत्र ने स्वास्थ्य विभाग पर लगाया लापरवाही का आरोप :

कोरोना संक्रमित पिता की हृदय गति रुकने से मौत के बाद जल पथ अंचल में कार्यरत इंजीनियर पुत्र ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मृतक के पुत्र ने कहा कि उनके पिता की गंभीर स्थिति थी। उन्हें रिम्स रेफर किया गया था। वह विभाग से लगातार एंबुलेंस उपलब्ध कराने की मांग कर रहे थे लेकिन विभाग द्वारा उन्हें एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराया गया। जिसके कारण उनके पिता की मौत हो गई। दानरो नदी के तट स्थित मुक्तिधाम पर किया गया दाह संस्कार :

कोरोना संक्रमित वृद्ध की मौत के बाद उनका दाह संस्कार शहर के सोनपुरवा मोहल्ला में दानरो नदी के तट पर स्थित मुक्तिधाम में किया गया। सिविल सर्जन ने बताया कि मृतक के परिजन शव को बिहार के डेहरी ऑन सोन ले जाना चाहते थे लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने मना कर दिया। परिजनों को बताया गया कि बिहार सरकार से अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलने के बाद ही शव को वहां जाने दिया जा सकता है। सिविल सर्जन ने बताया कि शव को सैनिटाइज एवं नियमानुसार पैकिग कर मुक्तिधाम तक स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से पहुंचाया गया। वहां परिजनों को शव सौंपने के बाद स्वास्थ्य कर्मी वापस आ गए। इधर, मृतक के दाह संस्कार में पुत्र के अलावा आसपास के करीब 10 लोग मौजूद थे। मृतक के पुत्र ने मुखाग्नि दी।

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