रमकंडा प्रखंड कार्यालय में धरना में बैठी महिला शुरू की भूख हड़ताल….
रमकंडा जमीन विवाद के मामले में पिछले 2 अक्टुबर से प्रखंड कार्यालय पर सपरिवार के साथ अनिचीत्कालीन धरना में बैठी रमकंडा प्रखंड के ऊपर टोला गांव निवासी रुक्मणी कुँवर शुक्रवार से भूख हड़ताल में चली गई है।इसकी जानकारी उन्होंने जिले के कई अधिकारियों को दिया है।
वही महिला ने बताया कि जब इसकी जानकारी अंचल कार्यालय में अधिकारियों को आवेदन के माध्यम देने गयी तो अधिकारियों ने आवेदन लेने से साफ इंकार कर दिया।विदित हो कि अंचलकर्मियों के लापरवाही के कारण जमीन का ऑनलाइन एवं सीमांकन नही कराये जाने से परेशान होकर उक्त महिला ने पिछले 18 सितंबर को पूरे परिवार के साथ अनिचीत्कालीन धरना पर बैठी थी की धरना के दूसरे दिन बीडीओ सह सीओ रामजी वर्मा के अस्वाशन के बाद महिला ने धरना को समाप्त कर दिया था।लेकिन आज तक महिला के जमीन का सीमांकन नही कराया गया।जिसके बाद महिला पुनः अनिचीत्कालीन धरना पर बैठ गई थी।वही जानकारी देते हुये पीड़ित महिला रुक्मणी कुँवर ने बताया कि उसके जमीन के खाता संख्या 297 के प्लॉट संख्या 1312/4 की जमीन भूदान यज्ञ कमिटी द्वारा उसके ससुर के नाम से पर्चा निर्गत किया गया है।
लेकिन तीन वर्ष पूर्व गांव के ही बिहारी राम द्वारा उक्त जमीन पर जबरजस्ती कब्जा कर घर बनाये जाने के मामले में शिकायत की गयी।इसके आलोक में अनुमंडलीय न्यायलय व जिला न्यायलय ने भी उक्त जमीन के मामले में पीड़ित महिला के पक्ष में फैसला सुनाया।कहा कि न्यायलय के कागजात के साथ उक्त जमीन का ऑनलाइन कराने व सीमांकन को लेकर महीनों पूर्व आवेदन दिया गया था।लेकिन अब तक अधिकारियों ने कोई रुचि नही दिखाया।वहीं इस मामले में टालमटोल करते रहे।वही महिला ने कहा कि जब तक उसके समस्याओं का समाधान नही होता है,तब तक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल जारी रहेगा।