==नैनपुर मंडला म.प्र. से संवाददाता सत्येन्द्र तिवारी की रिपोर्ट==
नैनपुर विकासखंड से आए हुए करीब 20 गांव के किसानों ने नैनपुर तहसील पहुंचकर किसानों ने अपनी समस्या को लेकर नैनपुर एसडीएम कार्यालय में जाकर एस डी एम मैडम को ज्ञापन सौंपा और समस्या का समाधान ना होने पर आंदोलन की चेतावनी दी आगामी तीन दिवस के अंदर समस्या का समाधान नहीं होता है तो रोड पर आ कर किसानों द्वारा विरोध किया जाएगा जिसमे किसानों की मांग थी , धान क्वांटिटी बढ़ाने की मांग करते हुए कहां की सिंचित असिंचित रकवा का सर्वे किया गया है पर पटवारियों के द्वारा सत्यापन सही ढंग से नहीं किया गया है जिसके कारण हमारी फसलों का सही एवरेज नहीं मिल पा रहा हैऔर जिसका परिणाम यह है रहा है कि हमें धान बेचने में परेशानी हो रही है इन्हीं सब समस्याओं का आज दिन तक निराकरण नही होने से किसानों ने SDM कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन कर इन समस्याओं का जल्द पूरा करने की मांग किसानों ने रखी और समस्या का समाधान नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
इसी क्रम में भारत कृषक समाज, जिला मंडला ने भी वहीं दूसरी तरफ भारत कृषक समाज ने भी मांग की सरकार किसानों को मूर्ख ना समझें और उद्योपतियों के मार्ग दर्शन में किसान विरोधी बिल ना लाएं इन्हीं मांगो को लेकर विग्यप्ति जारी की।
भारत सरकार के किसान विरोधी 3 बिलों के विरोध में देश के समस्त किसान संगठनो द्वारा संयुक्त हो दिल्ली में आन्दोलन किया जा रहा है, इस विरोध का मंडला ज़िला भारत कृषक समाज समर्थन करता है. तथा इन बिलो को किसान हित में तुरन्त वापस लेने की मांग करता है।
कृषक समाज के जिलाध्यक्ष के. के तिवारी, तहसील अध्यक्ष रावेन्द्र ठाकुर, तहसील संयोजक एवं प्रभारी ई. ऐन. भारती (नैनपुर) ने कहा कि मोदी सरकार किसानों को जुमले देना बंद करे, शोषण और अत्याचार करना एवं बात- चित का ढकोस्ला देना बंद करे, क्योंकि भारत देश का किसान इतना मूर्ख नहीं है कि उसे कोई मूर्ख बाना सके, स्पष्ट दिख रहा है कि यह सरकार अंबानी – अदानी जैसे उद्योगपतियों के लिए काम करने वाली सरकार है। तथा उन्ही के मार्गद्शन में किसान विरोधी बिल को भी लाया गया है, वो भी अध्यादेश के द्वारा पिछले दरवजे से। मोदी सरकार निरन्तर किसान विरोधी कानून ला – ला कर उद्योगपतियों के हाथ में किसानों का भविष्य सौंप रही है। किसान नेताओं ने कहा कि भारत कृषक समाज के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा हमें दिल्ली समर्थन के लिए बुलाया जाता है तो जिले का किसान, दिल्ली जाने से डरेगा नहीं।