चुनार-चोपन रेल खंड पर दौड़ी इलेक्ट्रिक ट्रेन

संवाददाता-संतोष सिंह सा-संपादक (ओबरा/सोनभद्र/ उत्तर प्रदेश)
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सोनभद्र : चुनार-चोपन रेलखंड पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों का संचालन करने का उद्घाटन शनिवार को हुआ। सोनभद्र रेलवे स्टेशन पर सांसद पकौड़ी लाल कोल समेत भाजपा के जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों ने हरी झंडी दिखाकर यात्री ट्रेन को चोपन की तरफ रवाना किया।

उत्तर मध्य रेलवे के इलाहाबाद मंडल के अंतर्गत आने वाले चुनार-चोपन के रेल खंड पर विद्युत लोकोमोटिव रेल परिचालन का शुभारंभ रेल राज्यमंत्री सुरेश सी अंगड़ी ने बेंगलुरू से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से किया। इसका उद्घाटन समारोह चुनार स्टेशन के अलावा सोनभद्र रेलवे स्टेशन पर भी हुआ। चुनार में सांसद अनुप्रिया पटेल व पकौड़ी लाल कोल ने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को चोपन की तरफ रवाना किया। सौ किमी लंबे चुनार-चोपन रेल खंड पर कुल छह स्टेशन हैं। जिनमें जिला मुख्यालय स्टेशन सोनभद्र भी शामिल हैं। सोनभद्र स्टेशन पर पकौड़ी लाल कोल ने अन्य जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों के साथ हरी झंडी दिखाकर पैसेंजर ट्रेन को रवाना किया। मंडल रेल प्रबंधक इलाहाबाद अमिताभ ने बताया कि चुनार-चोपन रेलखंड के विद्युतीकरण से देश के पूर्वी और पूर्वी मध्य भाग से उत्तर भारत तक माल और यात्रियों के तीव्र परिवहन में सहायता मिलेगी। यह सोनांचल क्षेत्र के समग्र विकास में भी मदद करेगा। विद्युत कर्षण के माध्यम से रेल संचालन न केवल तेज और किफायती है, बल्कि यह पर्यावरण के अनुकूल भी है। सोनभद्र में हुए कार्यक्रम के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष अजीत चौबे, सदर विधायक भूपेश चौबे, ओबरा विधायक संजीव गौड़, घोरावल विधायक अनिल मौर्या, नगर चेयरमैन वीरेंद्र कुमार जायसवाल, पूर्व चेयरमैन कृष्ण मुरारी गुप्ता, पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक मिश्रा, धर्मवीर तिवारी, अजीत रावत, अनूप तिवारी, सत्य नारायण पटेल, मीनू चौबे, संगीता तिवारी, आशा, धीरज, अभिषेक गुप्ता, गौरव शुक्ला आदि मौजूद थे। विद्युतीकरण से यह होगा फायदा
इलाहाबाद मंडल का चुनार-चोपन खंड कोयला खनन क्षेत्रों को देश के उत्तरी भाग से जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण रेलवे लाइन है। यह खंड दिल्ली-हावड़ा मुख्य रेल लाइन की तुलना में झारखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से उत्तर प्रदेश को लगभग 200 किमी छोटे रेल मार्ग से जोड़ती है। इस रेल लिक के महत्व को ही ध्यान में रखते हुए और यात्री एवं मालगाड़ी के थ्रू-पुट में वृद्धि करने की दृष्टि से इस 100 किमी के रेल खंड के विद्युतीकरण का कार्य रेल मंत्रालय द्वारा स्वीकृत किया गया था। सिगल लाइन सेक्शन का विद्युतीकरण कार्य चार दिसंबर 2019 को पूरा हुआ। यह कार्य रेल विद्युतीकरण संगठन की दानापुर इकाई द्वारा 85.76 करोड़ की लागत से पूरा किया गया। इस खंड के विद्युतीकरण से झारखंड और देश के पूर्वी भाग से उत्तर और उत्तर पश्चिमी क्षेत्र के मध्य इलेक्ट्रिक से डीजल ट्रैक्शन में बिना बदले रेल परिचालन सुनिश्चित किया जा सकेगा। इससे मालगाड़ियों के परिचालन समय में चार से छह घंटे की कमी लाई जा सकेगी तथा इससे कोयला उत्पादन क्षेत्रों से देश के उत्तरी और उत्तरी पश्चिमी भाग में स्थित बिजली घरों को कोयले की समय पर उपलब्धता में मदद मिलेगी। इस विद्युतीकृत खंड में अधिक यात्री और मालगाड़ियों के परिचालन से मेन लाइन के चुनार-पं दीन दयाल उपाध्याय सुपर सेचुरेटेड सेक्शन में परिचालन क्षमता की कमी को दूर करने में भी मदद मिलेगी।

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