संवाददाता- (विकाश कुमार/चोपन/ सोनभद्र/ उत्तर प्रदेश)
सोनभद्र । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश वासियों से 21 दिन के लिए लॉक डाउन की अपील की थी। पीएम मोदी ने कहा था कि यदि 21 दिन आप संभल गए तो सब कुछ ठीक हो जाएगा। मगर यदि लापरवाही हुई तो देश 21 साल पीछे चला जाएगा। पीएम की बात को लोगों ने गंभीरता से लेते हुए अपने-अपने घरों में कैद हो गए। शुरुआत में प्रशासन ने कड़ाई करते हुए लोगों को घरों से निकलने पर पाबंदी लगा दी। यहां तक कि जरूरत के सामानों की आपूर्ति भी डोर टू डोर करने का प्रशासन ने निर्णय लिया।
दवा से लेकर अन्य दुकानों का समय निर्धारित कर दिया गया मगर कुछ तफरीबाजों की मनमाना लगातार जारी रही। प्रशासन के कुछ लोग देख कर भी अंजान बने रहे तो कुछ को पुलिस प्रशासन ने धर दबोचा तो वे किसी न किसी काम का बहाना बनाकर बच निकले।
आज शाम अचानक शीतला मन्दिर चौराहे अपर जिलाधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह आ पहुँचे। वहां पर कुछ लोगों को सड़कों पर तफरी करते और कुछ खुली दुकानें देख एडीएम भड़क गए जिन्हें एडीएम के निर्देश पर पुलिस प्रशासन ने धर दबोचा। इसी बीच बगैर पास के एक आबकारी निरीक्षक की गाड़ी भी चेक हो गई जिन्हें एडीएम ने फटकार लगाते हुए कहा कि यदि आप जिम्मेदार होकर ऐसी हरकत करेंगे तो फिर आमलोगों से क्या उम्मीद की जाएगी।
एडीएम ने पुलिस को आबकारी निरीक्षक की गाड़ी सीज करने का निर्देश दे दिया। जिसके बाद नगर में हड़कंप की स्थिति उत्पन्न हो गई, जो लोग जहां थे वहीं अंदर दुबक गए। हालांकि कुछ दुकानें घर के अंदर होने की वजह से लोग शटर उठाकर बरामदे में बैठे रहे लेकिन प्रशासन किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं चाहता इसलिए उन्हें घर के अंदर रहने की हिदायत देते हुए शटर को डाउन करा दिया।
कुल मिलाकर नगर में प्रशासन लॉक डाउन को लेकर जिस तरह से आज सक्रिय दिखा उतनी सक्रियता पहले दिखी होती तो तफरीबाज घूमते नजर नहीं आते और लॉक डाउन का पूरा पालन होता।
जनपद व जनपद वासियों के लिए राहत भरी खबर यह है कि जिला प्रशासन की सक्रियता व प्रयास की वजह से जनपद में कोई भी कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला है, मगर यह कहना गलत होगा कि भविष्य में कोई भी कोरोना का मरीज नहीं मिल सकता। ऐसे में लोगों को यह समझना होगा कि कोरोना जैसी महामारी को लेकर सुपर पावर देश ने घुटने टेक दिए और वे भी सोशल डिस्टेंस बढ़ाने की बात कह रहे हैं। यदि सोनभद्र के नगरवासी पीएम मोदी की अपील को गंभीरता से नहीं लेंगे तो उन्हें भविष्य में गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं ।