मंडलायुक्त ने मंगलवार को 1251 गोद लिए गये टीबी रोगियों को वितरित की पोषण पोटली
एनजीओ प्रथम दायित्व, जेके एवं वंडर सीमेंट के सौजन्य से वितरित हुईं पोषण किट
टीबी मुक्त अभियान में निक्षय मित्रों का योगदान सराहनीय
अलीगढ़ कहते हैं कि कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो क्या कुछ नहीं हो सकता प्रधानमंत्री के 2025 तक टीबी मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने का बीड़ा उठा चुके मंडलायुक्त नवदीप रिणवा द्वारा मंगलवार को कृष्णांजलि सभागार में एनजीओ प्रथम दायित्व, जेके एवं वंडर सीमेंट के सहयोग से 1251 गोद लिए गए मरीजों को पोषण पोटली का वितरण किया गया।
मंडलायुक्त ने कहा की पोषण आहार एवं नियमित दवा लेने से कभी ठीक ना होने वाली टीबी से मरीज सेहतमंद हो रहै हैं। मरीज को घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि निक्षय मित्रों के कारण क्षय रोगी को जो पोषण सामग्री मिलती है उससे क्षय रोगियों के ठीक होने की उम्मीद पहले से अधिक बढ़ जाती है, पोषण सामग्री और दवा द्वारा के एक साथ काम करने से रोगी ससमय ठीक हो जाता है। उन्होंने एनजीओ प्रथम दायित्व, जेके एवं वंडर सीमेंट के पदाधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि अलीगढ़ जनपद ऐसे निक्षय मित्रों का आभारी है जो क्षय रोगियों की मदद के लिए आगे आये हैं। उन्होंने सामाजिक संस्थाओं, औद्योगिक घरानों व सामाजिक लोगों से आव्हान किया कि बाकी क्षय रोगियों को भी बढ़ चढ़ कर गोद लें और अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करें जिससे क्षय उन्मूलन में उनके योगदान द्वारा अधिकाधिक मरीज लाभान्वित हो सकें।
जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने अपने चिर-परिचित अंदाज में कहा कि आलोचनाएं कमियों को सुधारने का हौसला देती हैं। हम सभी को अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते हुए जनहित में कार्य करना है। टीबी के लक्षण आते ही तत्काल सरकारी अस्पताल जाकर चिकित्सकीय परामर्श, जांच, दवा जोकि प्रदेश सरकार द्वारा निशुल्क प्रदान किया जा रहा है, के साथ ही प्रथम माह में 1000 एवं आगामी 5 माह तक प्रतिमाह 500 और पोषण किट प्राप्त कर टीबी के मरीज अपनी सेहत में सुधार करें। एक बार शुरू की गई दवा बिना डॉक्टर की सलाह के न छोड़ें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी नीरज त्यागी ने अभिभावकों से आव्हान किया कि नवजात बच्चे को डेढ़ माह के अंदर बीसीजी का टीका अवश्य लगवाएं। इससे टीबी बीमारी की संभावना कम से कमतर हो जाती है। 2 सप्ताह या अधिक समय से खांसी होना या बुखार आना, वजन में कमी आना, भूख ना लगना, बलगम में खून आना टीबी के लक्षण हैं ऐसे में संक्रमित को तुरन्त चिकित्सकीय सहायता लेनी चाहिए।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिला स्वास्थ्य अधिकारी, जिला क्षय रोग अधिकारी, धीरज चौधरी, प्रमेंद्र, गुड्डू, हिमांशु मित्तल, वैशाली पंडित व अन्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन सतेंद्र कुमार ने