चटुआग में आदिम जनजाति बच्चे की मौत ठंढ से होने की आशंका।

कुमार सावन की रिपोर्ट:-लातेहार

चटुआग में आदिम जनजाति बच्चे की मौत ठंढ से होने की आशंका।

ठंड में ठिठुरने को मजबूर हैं आदिम जाति व गरीब असहाय परिवार व राहगीर।

ठंड से बचने के लिए आग तापने को विवश हैं आदिम जाति परिवार।

चंदवा/लातेहार: – प्रखंड मुख्यालय में निवास करने वाले आदिम जनजाति के परहैया परिवार सहित गरीब असहाय इन दिनों ठंड की चपेट में हैं, कामता पंचायत में रविवार की अहले शुबह चटुआग परहैया टोला की राजु परहैया के 7 माह का पुत्र आंधी कुमार की मौत हो गई, इस संबंध में पिता राजु परहैया, माता जेठनी परहिन ने बताया कि बच्चा कल तक पुरी तरह से ठीक था, रात्री सोने के समय भी स्वस्थ्य था, अहले शुबह चार बजे देखा तो बच्चे की सांस नहीं चल रही थी, उसका मौत हो गया था, यह परिवार उपर अलबेस्टर ढक कर रह रहा है,
आशंका किया जा रहा है कि चारों तरफ खुला रहने के कारण इस बच्चे की मौत ठंढ से ही हुई होगी, दसवा परहैया,सोमा परहैया, बुधनी परहिन,जिरवा परहिन ने बताया कि रात के समय में आग का जुगाड़कर किसी तरह जान बचा रहे हैं, उनके पास ठंढ से बचने के लिए ओढ़ने बिछाने के लिए प्रर्याप्त कमल नहीं हैं,
परहैया टोले में आदिम जाति के 40 से 50 परिवार निवास करते हैं, उनके सदस्यों की संख्या लगभग 250 है,
माकपा नेता अयुब खान, पुर्व पंचायत समिति सदस्य फहमीदा बीवी ने गांव जाकर परिजनों से मुलाकात कर इस संबंध में जानकारी ली, परिवार के प्रति शोक संवेदना प्रकट किया,

अयुब खान ने कहा है कि जिले में एकाएक ठंड बढ़ गई है, शाम ढलते ही ठिठुरन बढ़ जाती है, गरीब असहाय गांव में राहगीर चौंक, चौराहों, बस पड़ाव, रेलवे स्टेशनों में ठंढ कि चपेट में हैं, उन्हें बचाने के लिए कमल और अलाव की समुचित व्यवस्था नहीं हो पाई है, उन्होंने आदिम जाति परिवारों, गरीब असहायों के बीच कमल का वितरण कराने, चौंक, चौराहों, बस पड़ाव व रेलवे स्टेशनों पर अलाव की व्यवस्था कराने की मांग उपायुक्त जिशान कमर, अंचलाधिकारी मुमताज अंसारी, बीडीओ अरविंद कुमार से की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *