उपेन्द्र कुमार तिवारी दुद्धी ब्यूरो (सोनभद्र/उत्तर प्रदेश)
महुली सोनभद्र
दुद्धी ब्लाक के शिक्षकों का लेट लतीफ जाना चर्चा का विषय बना है 9:00 बजे के बाद कुछ शिक्षकों को अपने स्कूल से दुर रास्ते में देखे जाते हैं। इसी से अंदाज़ लगया जा सकता है की वह स्कूल कब पहुचते होगे। इन शिक्षकों पर अधिकारी का का कोई दवाव नही रहता। जिससे शिक्षकों का हौसला बुलंद है। ग्रामीणों को माने तो शिक्षकों का स्कूल आने का कोई समय नही है। जिसकी शिकायत खंड शिक्षा अधिकारी से कई बार किया गया। पर कोई कार्यवाही नहीं किया जाता। ग्रामीणों की शिकायत के बाद अगर खंड शिक्षा अधिकारी जांच करते भी है तो अनुपस्थि पााए गये शिक्षकों पर कार्रवाई के नाम पर कोरम पुरा कर दिया जाता है। गरामीणो के माने तो अधिकारी के मिली भगत से शिक्षक समय से स्कूल नहीं पहुते। शिक्षकों द्वारा परेणा एप का विरोध करने का वजह हो सकता है। परेड़ा एप लागु होने से मन्माना तरीका से स्कूल जाने का स्वतंत्रता समाप्त हो जाएगा। हर काम समय-सारिणी के हिसाब से करना पड़ेगा।
जहां सरकार शिक्षा के नाम पर पानी की तरह पैसा बहा रहा है वही कुछ लापरवाह शिक्षकों के कारण शिक्षा व्यवस्था चर मनाते नजर आ रही है। और लोगों का सरकारी स्कूल से मोहभंग होकर प्राइवेट स्कूलों में अपने बच्चों को पढ़ाना ज्यादा बेहतर समझते हैं।