उपेन्द्र कुमार तिवारी बयूरो दुद्धी सोनभद्र।
(सोनभद्र) – भारत सरकार ने देश में स्थापित सरकारी, अर्द्धसरकारी और प्राइवेट कंपनियों को अपने लाभांश का दो प्रतिशत सीएसआर के मद में खर्च करने के लिए नियम बनाए है जिसका पालन उपरोक्त सभी कंपनियां नही कर रही हैं जिसके कारण उन क्षेत्रों का विकास नही हो पा रहा है जहाँ आवश्यकता थी। सरकार ने नियम बनाए हैं कि अपने अपने क्षेत्र में स्थापित कल कारखाने अपने क्षेत्रों के पिछड़े इलाकों का विकास अपने वार्षिक लाभांश के दो प्रतिशत से करेंगे लेकिन ऐसा हो नही रहा है ।भारत की लगभग 16 हजार कंपनियों में से केवल 6 प्रतिशत कंपनियों ही इस योजना को अमलीजामा पहना रहे हैं बाकी फिसड्डी है। सोनभद्र जिले में लगभग 20 से ऊपर छोटी बड़ी सरकारी और प्राइवेट कंपनिया है जिसमे एनटीपीसी बीजपुर, एनसीएल शक्तिनगर, हिंडाल्को एल्युमिनिय म इंडस्ट्रीज, हाई टेक कार्बन , अनपरा थर्मल पावर प्लांट, ओबरा थर्मल पा…