डिजिटल भारत न्यूज़24×7 LiVE– संवाददाता- (नितेश कुमार/ भंडरिया/ गढ़वा/ झारखण्ड)
भंडरिया(गढ़वा) – झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले पंचायत स्तरीय पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ ने अपनी तीन सूत्री मांगों के संबंध में एवं सरकार की नीतियों के खिलाफ अपने-अपने घरों में भूख हड़ताल किया। इस दौरान तख्ती में तीन सूत्रीय माँगपत्र के साथ भूख हड़ताल की गई। माँगपत्र में मुख्य तीन सुत्री मांग(1) पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों की सेवा नियमित किया जाए (2) स्वयं सेवकों को मिलने वाला प्रोत्साहन राशि को हटाकर उचित मानदेय दिया जाए एवं (3) राज्य लेवल पर मोनेट्रिंग सेल का गठन किया जाए शामिल है।
मौके पर स्वयंसेवकों के प्रखंड अध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने कहा कि झारखंड की वर्तमान सरकार जिन्होंने विधानसभा चुनाव के समय महागठबंधन के सभी दलों ने चुनावी घोषणा में यह वादा किया था कि झारखंड में जितने भी संविदा कर्मी हैं चाहे वह पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक के सदस्य हों या रोजगार सेवक हों या पारा शिक्षक हों, कृषक मित्र, रसोईया, संयोजिका हों या फिर किसी भी विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर हों। सभी लोगों को स्थाई किया जाएगा, पर अब झारखंड के सभी संविदाकर्मी और युवा ठगा महसूस कर रहे हैं। वर्तमान सरकार ने विधानसभा चुनाव के समय जो भी चुनावी घोषणा किया था, अभी तक एक भी पूरा नहीं किया गया है। हम लोगों की मांग सरकार अगर पूरा नहीं करती है तो कोरोना महामारी एवं लॉक डाउन खत्म होने के बाद झारखंड राज्य में झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले झारखंड सरकार के खिलाफ आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। भूख हड़ताल में श्रवण ठाकुर, बिनोद प्रजापति आदि शामिल थे।