दुद्धी प्रखण्ड विश्वहिंदू परिषद बजरंग दल के कार्यकर्तागण ने विजयगढ़ दुर्ग मन्दिर के मूर्तियों को तोड़े जाने पर जताया रोष
डिजिटल भारत न्यूज़24x7LiVE– संवाददाता: कृपाशंकर अग्रहरि ( गुड्डू ) दुद्धी तहसील सोनभद्र
तहसील दुद्धी जिला सोनभद्र भारतीय धर्मों (सनातन धर्म, जैन धर्म, बौद्ध धर्म, सिख धर्म आदि) हिन्दुओं के उपासनास्थल को मन्दिर कहते हैं। यह अराधना और पूजा-अर्चना के लिए निश्चित की हुई जगह या देवस्थान है। यानी जिस जगह किसी आराध्य देव के प्रति ध्यान या चिंतन किया जाए या वहां मूर्ति इत्यादि रखकर पूजा-अर्चना की जाए उसे मन्दिर कहते हैं। मन्दिर का शाब्दिक अर्थ ‘घर’ है। वस्तुतः सही शब्द ‘देवमन्दिर’, ‘शिवमन्दिर’, ‘कालीमन्दिर’ आदि हैं।
इसी क्रम में आज दिनाँक 27 जुलाई 2020 को विश्वहिंदू परिषद बजरंग दल दुद्धी प्रखण्ड के कार्यकर्ताओं ने विजयगढ़ दुर्ग किले में स्तिथ मंदिर के मूर्तियों को तोड़े जाने के विरोध में आज दुद्धी प्रखण्ड के कार्यकर्ताओं ने श्री संकट मोचन मन्दिर पे बैठक कर के प्रसाशन के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है
इस दौरान जिला संगठन मंत्री श्रीमान चंदन जी,व विहिप संरक्षक चेतन श्रीवास्तव,संदीप गुप्ता,बजरंग दल के प्रखण्ड संयोजक आलोक जायसवाल ने कहा कि सोनभद्र मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर कई ऐतिहासिक तथ्यों व गाथावो को अपने मे समेटे विजयगढ़ दुर्ग पर भवन रानी महल, चन्द्रकान्तामहल, कचहरी,कैदखाना,गजशाला,अश्वशाला,सहित छोटे बड़े सात सरोवर विधमान है
‘शत कोटि विष्णु, ब्रह्मा, महेश,
शत कोटि जिष्णु, जलपति, धनेश,
शत कोटि रुद्र, शत कोटि काल,
शत कोटि दण्डधर लोकपाल।
जञ्जीर बढ़ाकर साध इन्हें,
हित-वचन नहीं तूने माना,
मैत्री का मूल्य न पहचाना,
तो ले, मैं भी अब जाता हूँ,
अन्तिम संकल्प सुनाता हूँ।
याचना नहीं, अब रण होगा,
जीवन-जय या कि मरण होगा।
‘टकरायेंगे नक्षत्र-निकर,
बरसेगी भू पर वह्नि प्रखर,
फण शेषनाग का डोलेगा,
विकराल काल मुँह खोलेगा
यह किला काशी स्टेट के अंतर्गत आता है !खजाने की खोज में प्रतिदिन विधर्मियो द्वारा खन खोद के कारण प्राचीन धरोहरों का हरण हो रहा है रामसरोवर के किनारे अति प्राचीन गणेश मन्दिर में जो कुछ बची खुची मूर्तिया थी उसे सोनभद्र प्रसाशन ने अतिक्रमण हटाने के नाम पर मंदिर का बरामदा पुजारी निवास हवन कुंड अस्थायी यज्ञशाला एवमं ध्वज उखाड़ दिया गया!प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार स्थानीय पुलिस जूता पहन कर मन्दिर में प्रवेश किया त्रिशूल को उखाड़ा और अभद्र टिप्पणी की जो हिन्दू समाज व देवी देवताओं का घोर अपमान है! एक तरफ जहाँ अयोध्या भव्य राम मंदिर की आधारशिला मा०मोदी जी एवं योगी जी द्वारा रखी जानी है
और जिसके उपलक्ष्य में सम्पूर्ण हिन्दू समाज दीपोत्सव एवं घण्टा घड़ियाल बजाकर इसका स्वागत करने वाला है वही सोनभद्र का जिला प्रशासन सरकार को बदनाम करने के लिये अतिक्रमण हटाने के नाम पर मंदिर और मूर्तियों को तोड़ रहा है जिसे हिन्दू समाज किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नही करेगा किले पर श्रद्धालुओं एवमं मीडियाकर्मियों को जाने नही दिया जा रहा है वहाँ ऐसा क्या हो रहा है जिसे समाज व मीडिया से छिपाया जा रहा है आजाद भारत मे ये पहली घटना है कि मंदिर में प्रवेश पर प्रशासन के तुगलकी ताला लगा दिया है सोनभद्र जिला प्रशासन के इस कृतज्ञ को बर्दाश्त नही किया जाएगा लोकतांत्रिक तरीके से इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा!इसलिये आज सब हम विहिप के कार्यकर्ता बन्धु मीडिया के माध्यम से हम सब सरकार से मांग कर रहे है कि एसओ बरकोनिया को तत्काल निलंबित किया जाए,मंदिर में दर्शन व पूजन की तत्काल अनुमति प्रदान की जाए,अतिक्रमण के नाम पर मूर्ति तोड़े जाने का कारण स्पष्ठ किया जाए,इस मामले में संलिप्त पदाधिकारी चाहें कोई हो उसे दंडित किया जाए!अगर हमारी मांगे पूरी नही की जाती हम विहिप बजरंग दल के कार्यकर्ता आंदोलन करने,धरना देने,जेल भरो आंदोलन के लिये बाध्य होने जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी! इस दौरान विकास अग्रहरी (प्रखण्ड सह मंत्री), मनीष जायसवाल, सोनू जायसवाल, संगम गुप्ता, भोलू जायसवाल, कुंदन कुमार, मोहित जायसवाल, कौशलेंद्र अग्रहरी, मौजूद रहे ,इस कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंस का पूरा ख्याल रखा गया ! कार्यक्रम का संचालन मनीष जायसवाल के द्वारा किया गया!