एक सप्ताह बीत गए पर बासीन में कटे 7 पेड़ो के सापेक्ष दो पेड़ो की लकड़ियां ही बरामद

एक सप्ताह बीत गए पर बासीन में कटे 7 पेड़ो के सापेक्ष दो पेड़ो की लकड़ियां ही बरामद.

डिजिटल भारत न्यूज़ 24×7 LiVEसंवाददाता- वीरेंद्र कुमार गुप्ता- (विंढमगंज/सोनभद्र/उत्तर प्रदेश)

रेनुकूट वन प्रभाग के विंढमगंज वन रेंज के अंतर्गत बड़ा बासीन के जंगल में कटे 7 पेड़ो की लकड़ियों की बरामदगी अभी तक वन विभाग की अधिकारी नहीं कर सकें| सात पेड़ो के सापेक्ष सिर्फ दो पेड़ो की ही लकड़ियां बरामद हो सकी हैं, शेष कटे पेड़ो को ना तो विभाग ढूंढ सका है और ना ही उन कटे पेड़ो लकड़ियां ही बरामद कर सका है ,हाँ ग्रामीणों को उकसा जरूर दिया गया हैं कि कोई भी मीडियाकर्मी गांव में इधर दिखे तो उनकी मोबाइल लूट ली जाए और उन्हें मार पीट कर खदेड़ दिया जाए|

विभाग के नाकाम अधिकारी जब वह भूमि से कब्जा नहीं हटा पा रहें और अवैध कटान कर्ताओं पर कार्रवाई नहीं कर पा रहें हैं तो कब्जेधारियों व ग्रामीणों को खुलेआम मीडियाकर्मियों के खिलाफ भड़का रहें हैं| सूत्र बताते है कुछ दिनों पहले बड़ा बासीन गांव में गए एक अधिकारी सहित वनकर्मी को जब कटे पेड़ो की ठूंठ नहीं पा सकें उन्होंने उलटा ग्रामीणो को भड़काना शुरू कर दिया कि कोई भी मीडियाकर्मी आये तो उसको गांव से पीटकर खदेड़ दे और आगे वे समझ लेंगे| कहा कि गांव की महिलाओं को मीडियाकर्मियों से उलझा दें|उधर पर्यावरण कार्यकर्ताओं का कहना हैं कि जब अखबारों में वन भूमि में अवैध कब्जों व जंगल की कटान की खबर प्रकाशित हुई तो विभाग के हाथ पांव फूलने लगे और दिखावे मात्र की कार्रवाई कर औपचारिकताएं पूरी कर दी गयी जब मीडिया कर्मी जब कार्रवाई पर सवाल सहित कटान और अवैध कब्जों की खबर उठाने लगे तो रेंज के बड़े साहब ग्रामीणों से मिलकर
मीडियाकर्मियों के खिलाफ साजिश रचने में जुट गए हैं कि या तो मीडियाकर्मियों को गांव आते ही खदेडो नहीं तो बड़ा बासीन के वे ग्रामीण जिन्होंने धारा 20 के कब्जे से बेदखल कर देंगे|विंढमगंज रेंज के अधिकारियों द्वारा मीडियाकर्मियों के खिलाफ गोलबंद करना कहीं ना कही भविष्य में मीडियाकर्मियों के साथ घटित अपराध को बढ़ावा देना हैं|इस संदर्भ में रेंजर विजेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि अभी 2 पेड़ो की लकड़ियां बरामद हैं शेष की लकड़ियां बरामद करने में जुटे है ,अभी इस मामले में कटानकर्ता भी चिन्हित नहीं किये जा सके है ,हाँ अज्ञात में केस काटे जाने की बात जरूर कही हैं।
वन कर्मियों द्वारा ग्रामीणों को उकसाने के मामले में डीएफओ एमपी सिंह ने कहा कि जंगल मे अनाधिकृत रूप से प्रवेश वर्जित होता हैं ऐसे में वन अधिनियम में कार्रवाई हो सकती है ,लेकिन मिडिया कर्मी के प्रति अगर ग्रामीणों को उकसाया जा रहा है तो यह गलत हैं अभी मैं संबंधित को डांटता हूं|उधर मीडियाकर्मियों ने मुख्य वन संरक्षक को घ्यान आकृष्ट कर मामले जांच करवाने की मांग की हैं|
बता दे कि 30 जुलाई की रात विंढमगंज रेंज के बड़ा बासीन के सुरसा नाला में एक साखू व एक आसन,दोमुंहनी नाला में दो साखू ,चरकपथली में 1 साखू व एक आसन्न तथा पकडेवा नाला में 1 भारी भरकम साखू का हरा पेड़ काट दिए गए थे|

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