अवर अभियंताओ एवं प्रोन्नत अभियन्ताओ मे भारी रोष एवं आक्रोश

अवर अभियंताओ एवं प्रोन्नत अभियन्ताओ मे भारी रोष एवं आक्रोश

डिजिटल भारत न्यूज 24×7 LIVEसंवाददाता- दिनेश उपाध्याय-(ओबरा/सोनभद्र/उत्तर प्रदेश)

ओबरा सोनभद्र कोरोना काल के विकट दौर में भी प्राणो की परवाह किये बिना धरातल पर कार्य कर रहे अवर अभियंता संवर्ग” की लम्बे अर्से से लम्बित जायज मांगो पर उत्तर प्रदेश शीर्ष ऊर्जा प्रबंधन सकारात्मक निर्णय न किये जाने एवं पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के प्रयास से अवर अभियंताओ एवं प्रोन्नत अभियन्ताओ मे भारी रोष एवं आक्रोश सदस्यों से सीधे संवाद एवम आगामी आंदोलन की तैयारी हेतु पूरे प्रदेश में केन्द्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों का भ्रमण कार्यक्रम आज से प्रारम्भ राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन,(उत्तर प्रदेश) द्वारा पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम का निजीकरण करने के उत्तर प्रदेश शासन ऊर्जा प्रबंधन के निर्णय जो कि उपभोक्ता एवम अभियंता अवर अभियंता कर्मचारी विरोधी हैं।

तथा अवर अभियंता संवर्ग को ए.सी.पी. व्यवस्था के अंतर्गत प्राप्त अधिकारों का प्रबंधन द्वारा मनमाने ढंग से व्याख्या करके समाप्त करने के प्रयास तथा ग्रेड पे रु० 4800 जो कि अवर अभियंता संवर्ग के लिए नान फंक्शनल है, को लंबे समय से विलोपित कराने का प्रयास का ऊर्जा प्रबंधन से किया किन्तु प्रबंधन के नकारात्मक रवैये के कारण मजबूर हो कर इनका जोरदार विरोध एवम आंदोलन करने का लिया गया निर्णय लिया गया। इस क्रम मे आज प्रदेश के वितरण पारेषण उत्पादन निगमों के जनपद मुख्यालय एवम शाखाओं पर सदस्यों से सीधे संवाद एवम आगामी आंदोलन की तैयारी हेतु केन्द्रीय कार्यकारीणी के सदस्यों का भ्रमण कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ तथा आगामी 2 सिंतबर 2020 से प्रारम्भ हो रहे ध्यानाकर्षण सहयोगात्मक आंदोलन को सफल बनाने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश देने के साथ साथ निजीकरण से होने वाले दुष्प्रभाव से सभी को अवगत कराने हेतु व्यापक जनजागरण व जनसम्पर्क अभियान चलाये जाने पर विचार विमर्श किया गया जिसके तहत सभी जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन और सोशल मीडिया में सतत प्रचार प्रसार भी किया जायेगा।इस अवसर पर राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष इंजीनियर जी.वी. पटेल एवम केंद्रीय महासचिव इंजीनियर जय प्रकाश ने जारी संयुक्त बयान में कहा कि ऊर्जा प्रबंधन को अवर अभियंता संवर्ग की जायज मांगो से संबंधित मांगपत्र प्रेषित किया जा चुका है।जिनके निस्तारण हेतु स्पष्ट सहमतियो के बावजूद पावर कारपोरेशन प्रबंधन द्वारा अभी तक कोई भी सकारात्मक रुख नही दिखाया गया, जिस कारण इस कोरोना काल मे अवर अभियंता संवर्ग को आंदोलन करने हेतु विवश होना पड़ रहा है।उन्होंने आगाह किया कि अगर प्रबंधन के रवैये में कोई बदलाव नही आया तो अगले चरण में आंदोलन और भी व्यापक तथा विशाल रूप मे होगा एवम इससे होने वाले किसी भी असुविधा के लिए ऊर्जा प्रबंधन स्वयं उत्तरदायी होगा।इसी क्रम में पर्यवेक्षक के रूप में इंजीनियर अनूप वर्मा, केन्द्रीय उपमहासचिव (उ०नि०) ने ओबरा शाखा का भ्रमण किया और आगामी आंदोलन की तैयारियों का जायजा लिया।श्री वर्मा ने ओबरा शाखा के सदस्यों से प्रबंधन एवम सरकार की कुनीतियों का मुंहतोड़ जबाब देने के लिए आगामी आंदोलन हेतु कमर कस कर तैयार रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रबंधन एवम सरकार की हठधर्मिता बर्दाश्त के काबिल कतई नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार एवम प्रबंधन के इन नापाक कार्यो से ऊर्जा विभाग के समस्त कर्मचारी ही नही, बल्कि प्रदेश की आम जनता में भी रोष का माहौल है।इंजीनियर अनूप वर्मा जी के साथ सचिन कुमार,वित्त सचिव अनपरा, मनीष कुमार सिंह, एवम प्रमोद जायसवाल भी अनपरा से ओबरा के सदस्यों का मनोबल बढ़ाने ओबरा आये थे।ओबरा के शाखा अध्यक्ष इंजीनियर अभय प्रताप सिंह ने पर्यवेक्षक महोदय को भरोसा दिलाया कि ओबरा के एक एक सदस्य आगामी आंदोलन में अपना शत प्रतिशत देंगे और केंद्र के प्रत्येक आदेश को पूरी निष्ठा के साथ पालन करेंगें।श्री सिंह ने ओबरा की तरफ़ से केंद्रीय कार्यकारिणी एवम पर्यवेक्षक महोदय को हर आंदोलन में पूरा साथ देने का भी भरोसा दिलाया।इस मौके पर इंजीनियर आशीष गुप्ता,इंजीनियर अशोक श्रीवास्तव,इंजीनियर सर्वेश यादव,इंजीनियर बालगोविंद,इंजीनियर आनन्दशंकर पांडेय,इंजीनियर अखिलेश,इंजीनियर विजयशंकर कुशवाहा, इंजीनियरअशोक यादव,इंजीनियर विपिन आर्या,इंजीनियर प्रिंस साह,इंजीनियर नीरज यादव,इंजीनियर गोपीचन्द, इंजीनियर बृजेश यादव यादव,इंजीनियर वरुण,इंजीनियर लालबहादुर मौर्या आदि सहित सैकड़ो अवर अभियंता एवम सहायक अभियंता उपस्तिथ रहे।सभा की अध्यक्षता शाखा अध्यक्ष इंजीनियर अभय प्रताप सिंह एवम संचालन शाखा सचिव इंजीनियर ओ.पी.पाल ने किया।

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