बंशीधर नगर (गढ़वा) : भाजपा के तत्वाधान में सोमवार को प्रखर समाजवादी नेता डॉ राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि समारोह पूर्वक उनके प्रतिमा स्थल हनुमान मंदिर के निकट मनाया गया। नेताओं ने डॉ राम मनोहर लोहिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया। उपस्थित लोगों ने डॉ राम मनोहर लोहिया के बताए मार्ग पर चलने व उनके विचारों को आत्मसात करने का अपना संकल्प दोहराया। पूर्व मंत्री रामचंद्र केशरी ने कहा कि डॉ राम मनोहर लोहिया कुशल राजनीतिक चिंतक, एक संघर्षशील योद्धा व महान अर्थशास्त्री थे। डॉ लोहिया ने चौखंबा राज्य की कल्पना किया था। वे गैर कांग्रेस वाद के जनक थे। इनके अथक प्रयास से वर्ष 1967 में देश के 9 राज्यों में गैर कांग्रेसी सरकार बनी।
वर्ष 1963 में डॉ लोहिया फर्रुखाबाद लोकसभा से चुनाव जीतकर पहली बार संसद पहुंचे। लोहिया को संसद पहुंचने पर राष्ट्रकवि दिनकर ने अपनी दिनचर्या नामक कविता में लिखा कि अब भी मां की कृपा, मित्र अब अनेक हैं, बड़ी बात तो यह है कि लोहिया संसद में आए हैं। शारदा महेश प्रताप देव ने कहा कि डॉ लोहिया कट्टर सिद्धांतवादी, जुर्म व अत्याचार के घोर विरोधी, चिंतक एवं प्रख्यात समाजवादी क्रांतिकारी नेता के साथ-साथ एक लेखक भी थे। उनकी प्रमुख कृति मिस्ट्री ऑफ़ सर स्टफोर्ड क्रिप्स, आस्पेक्टस ऑफ सोशलिस्ट पॉलिसी, मार्क्स-गांधी एंड सोशलिज्म आदि अनेकों पुस्तक हैं। इनका जन्म 23 मार्च 1910 को व मृत्यु 12 अक्टूबर 1967 को हुई। लोहिया जी आजीवन देश व देश के दबे कुचले लोगों के लिए संघर्ष करते रहे। उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा। आवश्यकता है उनके विचारों को आत्मसात कर बताए हुए मार्ग पर चलने की। कार्यक्रम की अध्यक्षता शहरी मंडल अध्यक्ष कुमार कनिष्क व संचालन सीताराम जायसवाल ने किया। मौके पर सिद्धेश्वर लाल अग्रवाल, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रघुुुराज पांडेय, विजय कुमार केशरी, शहरी विधायक प्रतिनिधि अशोक सेठ, विजया लक्ष्मी देवी, मो० नईम खलीफा, विजय सिंह, विभूति भूषण चौबे, प्रकाश चंद्र सेठी, प्रताप जायसवाल, शुभम चंद्रवंशी, इंद्रमणि जायसवाल, मथुरा पासवान, पूर्व सैनिक शीतल पासवान, अभय कुमार सोनी, लक्ष्मण राम, बसंत जायसवाल, सलीम अंसारी, बुच्चू प्रसाद सहित बड़ी संख्या में भाजपा नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे।