विंध्यनगर एनटीपीसी में लापता संविदाकर्मी का मृत अवस्था में मिला शव, परिजनों में आक्रोश।

विंध्यनगर एनटीपीसी में लापता संविदाकर्मी का मृत अवस्था में मिला शव, परिजनों में आक्रोश।

5 दिन पहले ड्यूटी के दौरान युवक हुआ था लापता।

जांच में जुटी पुलिस, थाने के सामने परिजनों संग भीड़ ने सड़क पर जताया आक्रोश।

सिंगरौली। एनटीपीसी विंध्यनगर में कार्यरत स्टार इंजीनियरिंग के संविदाकर्मी पंप ऑपरेटर अजीत दुबे का शव, 5 दिन बाद कूलिंग वॉटर टावर में उतराया मिला। 5 दिन पूर्व ड्यूटी पर गए युवक की प्लांट के अंदर गुमशुदगी, सिंगरौली पुलिस के लिए अबूझ पहेली बनी हुई थी। लापता युवक की तलाश में प्रशासन व कंपनी प्रबंधन के तरफ से लगभग 100 टीमें तलाश में जुटी हुई थी। एसडीआरएफ, डॉग स्क्वाड व ड्रोन कैमरा की मदद भी तलाशी अभियान में ली जा रही थी।

मृतक अजीत दुबे के परिजनों में लगातार आक्रोश पनप रहा था की आखिर प्लांट में ड्यूटी के दौरान ऐसा क्या हुआ कि उनके घर का लड़का अगले दिन सुबह घर नहीं लौटा। परिजनों के साथ स्थानीय जनता, जनप्रतिनिधि व राजनीतिक पार्टी के नेता भी लगातार पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए थे और सिंगरौली पुलिस पर युवक की तलाश करने का दबाव बढ़ता जा रहा था। आखिरकार बुधवार को सुबह प्रशासन की टीम को युवक की तलाशी अभियान में पुलिस को वाटर कूलिंग प्लांट में युवक का लाश उतराया मिला। युवक का शव मिलने की खबर पूरे क्षेत्र में सनसनी की तरफ फैल गई, जिससे परिजनों में कंपनी प्रबंधन वह प्रशासन की सुस्ती के खिलाफ आक्रोश झलकता दिखाई दिया।

शुक्रवार को रात्रि ड्यूटी में गए पंप ऑपरेटर अजीत दुबे निवासी बीजपुर हाल पता वैढ़न, सुबह शिफ्ट खत्म होने के बाद घर नहीं लौटे थे। जिसके बाद परिजनों ने स्थानीय थाने में युवक की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और प्लांट के अंदर तलाशी अभियान शुरू हुआ। मृतक अजीत दुबे की तलाश में सिंगरौली पुलिस ने 100 टीमें गठित कर प्लांट का चप्पा चप्पा छान दिया गया, लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिल पा रही थी। जिससे नाराज परिजन आए दिन थाने के सामने अपना विरोध जता रहे थे। जिसमें राजनीतिक पार्टी के नेता भी पहुंचकर पीड़ित परिवार के साथ सहानुभूति जता रहे थे और पुलिस प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग कर रहे थे।

बुधवार को सुबह मृतक अजीत दुबे की तलाश में झूठी टीम को वाटर कूलिंग प्लांट में शव उतराया दिखा तो तत्काल आला अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई और शव को कब्जे में लेकर मर्ग कायम किया गया। तत्पश्चात परिजनों को सूचना देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया। बुधवार शाम को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को शव सुपुर्द कर दिया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार एनटीपीसी प्रबंधन की तरफ से मृतक के परिजनों को दाह संस्कार के लिए एक लाख एवं आश्रित को एक नौकरी का आश्वासन दिया गया है।

मौके को भापते हुए अवसरवादी नेता पहुंचे राजनीति चमकाने–

मृतक अजीत दुबे को लापता हुए 5 दिन बीत चुके थे लेकिन जिले के कुछ अवसरवादी नेता पीड़ित परिवार का हाल-चाल जानने के लिए भी नहीं पहुंचे थे और जैसे ही लापता युवक के शव मिलने की सूचना प्राप्त हुई, जिले के कुछ तथाकथित जातिवादी नेता अपनी राजनीति को चमकाने के लिए मौके पर पहुंचकर हो हल्ला मचाने लगे। यह वही नेता थे जो विगत कुछ दिन पूर्व पत्रकार अवनीश तिवारी पर हमला करने वाले डॉक्टर के पक्ष में मोर्चा संभाले हुए थे। खुद को विशेष जाति का स्वयंभू नेता होने का तमगा दिया हुआ है। अवसरवादी नेता के इस व्यवहार को देखकर विंध्यनगर थाने के बाहर मौजूद भीड़ ने दबी जुबान में चुटकी लेते हुए कहा कि लगता है चुनाव का समय नजदीक आ गया है और नेता जी को जीतने के लिए अपनी जाति के अलावा भी वोट की जुगाड़ पड़ेगी।

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