रमकंडा प्रखंड के उदयपुर पंचायत के नावाडीह गांव में ग्रामीण विकास विभाग के द्वारा शुक्रवार को दीदी बाड़ी योजना की शुरुआत की गई।योजना की शुरूआत रमकंडा बीडीओ रामजी वर्मा,मनरेगा बीपीओ सुनील कुमार एवं मुखिया राजकिशोर यादव ने संयुक्त रूप से लाभुक गायत्री देवी की पांच डिसमिल जमीन पर दिप प्रज्वलित कर,नारियल फोड़ कर एवं फीता काटकर किया।उस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुये बीडीओ रामजी वर्मा ने कहा दीदी बाड़ी योजना सरकार की महत्वकांक्षी योजना है।इस योजना से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं कुपोषण मुक्त एवं आत्मनिर्भर बनी रहेगी।वही बीपीओ सुनील कुमार ने कहा कि दीदी बाड़ी योजना के तहत प्रत्येक ग्रामीण परिवार को न्यूनतम डेढ़ से लेकर अधिकतम पाच डिसमिल जमीन पर पौष्टिक भोजन प्रदान करने वाले पौधे लगाये जायेंगे एवं मनरेगा के तहत मजदूरी का भी भुगतान किया जायेगा।
जिससे कुपोषण जैसी गंभीर समस्याओं से निपटने के लिए यह योजना कारगर साबित होगी।मुखिया राजकिशोर यादव ने कहा कि ग्रामीण महिलाओं और उनके बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए सरकार ने इस योजना की शुरुआत पूरे राज्य में की है।यह योजना मनरेगा और जेएसएलपीएस के संयुक्त सहयोग से रोजगार के साथ-साथ लोगों को पोष्टिक आहार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लाया गया है।ताकी क्षेत्र की महिलाये खेती के क्षेत्र में स्वावलंबी बनेगी एवं स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ेगी।कार्यक्रम के अंत मे लाभुक के खेत मे बीज लगाकर एवं लाभुक बीच बीज का वितरण किया।इस मौके पर रोजगार सेवक राजेश कुमार,जेएसएलपीएस के बीपीएम मुकेश तिवारी,उप मुखिया मुनील पासवान,उपेंद्र पासवान,कुलदीप रजक,कौशल पाण्डेय,मनोज कुमार सहित कई लोग उपस्थित थे।