नवंबर में बिजली की मांग में 285 मिलियन यूनिट की कमी

ओबरा (सोनभद्र) : बीते नवंबर माह में नवंबर 2019 के सापेक्ष बिजली की प्रतिबंधित मांग में कमी दर्ज की गई। इस कारण उत्पादन इकाइयों को नुकसान झेलना पड़ा है। नवंबर 2019 के सापेक्ष बीते नवंबर में 201 मिलियन यूनिट कम बिजली आपूर्ति करनी पड़ी। बीते नवंबर की शुरुआत से ही तापमान में हुई कमी का सीधा असर बिजली की मांग पर पड़ा। नवंबर में प्रतिदिन औसतन 257.1 मिलियन यूनिट प्रतिबंधित मांग दर्ज की गई जो पिछले चार वर्षों में सबसे कम रही।

नवंबर 2019 में प्रतिबंधित मांग प्रतिदिन 266.6 मिलियन यूनिट, नवंबर 2018 में 268.4 मिलियन यूनिट, 2017 में 275.8 मिलियन यूनिट तथा नवंबर 2016 में 258.1 मिलियन यूनिट दर्ज की गई। मांग में कमी के कारण नवंबर में कुल 7758 मिलियन यूनिट बिजली आपूर्ति की गई, जबकि नवंबर 2019 में 7959 मिलियन यूनिट बिजली आपूर्ति की गई थी। मांग में कमी के कारण पूरे नवंबर माह में दस इकाइयों को लगातार बंद रखा गया। चालू दिसंबर माह में भी लगभग 11 इकाइयों को बंद रखा जा रहा है। बुधवार पीक आवर के दौरान अधिकतम प्रतिबंधित मांग 260.28 मिलियन यूनिट दर्ज की गई।

जलविद्युत उत्पादन में कमी बिजली की घटती मांग के साथ रिहंद बांध के जलस्तर में हो रही कमी के कारण जलविद्युत इकाइयों से उत्पादन में कमी आयी है। बीते अक्टूबर के सापेक्ष जलविद्युत उत्पादन में लगभग 76 मिलियन यूनिट की कमी आयी है। अक्टूबर 2020 में जलविद्युत उत्पादन 173.6 मियू हुआ था। जबकि नवंबर माह में मात्र 75 मियू उत्पादन हुआ। हालांकि नवंबर 2019 के सापेक्ष नवंबर 2020 में 30 मिलियन यूनिट ज्यादा उत्पादन हुआ है। नवंबर 2019 में 45 मिलियन यूनिट उत्पादन हुआ था।

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