वैवाहिक व अन्य शुभ अवसरो में होने वाले दैवीय स्वरुपों द्वारा नृत्य प्रदर्शन का सभी धार्मिक संगठनों ने किया विरोध
इस विषय पर बुलाई गई है शुक्रवार को सार्वजनिक बैठक
दुद्धी–सोनभद्र। श्री रामलीला कमेटी दुद्धी के तत्वावधान में आज मंगलवार को श्री संकट मोचन मन्दिर पर एक आवश्यक बैठक अध्यक्ष रविन्द्र जायसवाल के अध्यक्षता में
आहुत हुई। जिसमें श्री रामलीला कमेटी,श्री जय बजरंग अखाड़ा समिति,रासलीला समिति व समस्त दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष, महामंत्री कोषाध्यक्ष,संरक्षक,संयोजक सहित पूर्व अध्यक्ष गणों ने विचार विमर्श किया।
बैठक में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया कि आजकल विभिन्न आयोजनों में नृत्य की परम्परा हो रही है जिसमें भगवान का स्वरूप बना कर वैवाहिक व अन्य अवसरों पर नृत्य कराया जा रहा है।जो धार्मिक आस्था व मर्यादाओं के विपरीत है। समस्त धार्मिक संगठन इस कृत्य का विरोध करतें हैं।तथा सम्बंधित जनों से अपील करतें हैं कि भगवान का स्वरूप बना कर किसी भी कार्यक्रम में उस स्वरूप से नृत्य न कराया जाये। यदि नृत्य आवश्यक हो तो भगवान का स्वरूप न बनाया जाये।
सूचना जन प्रसारित होने के पश्चात यदि ऐसा कृत्य होता पाया जाता है तो समस्त धार्मिक संगठन उसका विरोध करेगें। इस विषय पर पुनः एक अतिआवश्यक सार्वजनिक बैठक दिनांक 24 जनवरी को सायं 4 बजे श्री संकट मोचन मन्दिर पर आहुत की गई है जिसमे इसे पारित कर आगे की कार्यवाही सुनिश्चित होगी। इस विषय पर सभी से सुझाव भी मांगा गया है।
इस अवसर पर दिनेश आढ़ती,मोनू सिंह,रूपेश जौहरी,दिग्गज जौहरी,सत्यप्रकाश, सुनील,मनोज पटेल,भोलू जायसवाल, सुजीत जायसवाल, पीयूष एड, कल्याण मिश्रा ,त्रिलोकी सोनी,श्यामसुंदर अग्रहरि, संदीप गुप्ता कृपाशंकर गुड्डू अग्रहरि आदि लोग उपस्थित रहे।
बैठक का संचालन आलोक अग्रहरि ने किया।