मध्याह्न भोजन में फर्जीवाड़े की जिलाधिकारी से शिकायत
संवाददाता- उपेन्द्र कुमार तिवारी (दुद्धी ब्यूरो/सोनभद्र/ उत्तर प्रदेश)
दुद्धी/सोनभद्र- दुद्धी शिक्षा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मेदनीखाड़ के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय में
छोटे बच्चों के निवाले (एमडीएम) पर भी फर्जीवाड़े की ग्रहण लगने लगी है।
मध्याह्न भोजन के इस फर्जीवाड़े की शिकायत ग्रामीणों ने तहसील दिवस में जिलाधिकारी से की है।गत 21 जनवरी 2020 को दुद्धी तहसील दिवस में दिये गए इस पत्र में कहा गया है कि मध्याह्न भोजन में प्रधानाध्यापिका द्वारा बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती जा रही है।
इस संदर्भ में ग्राम प्रधान सुरेश पाल ने बताया कि गत 12 दिसम्बर 2019 को खंड शिक्षा अधिकारी दुद्धी को ऑनलाइन शिकायत कर मामले की जांच एवं कार्रवाई की मांग की थी।मगर जांच के नाम पर औपचारिकता निभाई गयी और मामले को गलत तरीके से निस्तारित कर दिया गया।उन्होंने बताया कि 8 अप्रैल से 14 मई 2019 तक लगातार उपरोक्त विद्यालय में बच्चों के मध्याह्न भोजन का सत्यापन कराया गया था।इस अवधि में प्रधानाध्यापिका द्वारा 1362 अतिरिक्त बच्चों की उपस्थिति दिखाकर भोजन का पैसा गबन किया जा रहा है।खण्ड शिक्षा अधिकारी दुद्धी द्वारा आईजीआरएस शिकायत क्रमांक 40020019019157 के संदर्भ में 21 दिसम्बर 2019 को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सोनभद्र को भेजे गये रिपोर्ट में भी उपस्थिति कम होने की बात कही गयी है।बावजूद इसके एमडीएम फर्जीवाड़े में सम्बंधित के खिलाफ कोई कार्रवाई नही हुई।प्रधान श्री पाल ने कहा कि प्रधानाध्यापिका द्वारा गलत तरीके से दबाव बनाकर, चेक पर हस्ताक्षर कराना चाहती हैं।गलत भुगतान के लिये चेक पर दस्तखत करने से मना करने पर दुर्व्यवहार पर आमादा होकर, मुकदमेबाजी तक की धमकी दी जाती है।आये दिन मेडिकल का बहाना बनाकर अनुपस्थित रहने से पठन पाठन प्रभावित होता है।सहयोगी शिक्षकों एवं रसोइयों से विवाद सामान्य बात हो चुकी है।प्रधान समेत ग्रामीणों ने मामले की जांच कराकर,उनका स्थानांतरण किये जाने की मांग जिलाधिकारी से की है।