आज दिनांक 14- मार्च 2020 को जिलाधिकारी महोदय की अध्यक्षता में जनपद में संचालित कॉमन सर्विस केंद्र संचालको द्वारा की जा रही सातवीं आर्थिक गणना के कार्यों की एक समीक्षा बैठक का आयोजन कलेक्ट्रेट

आज दिनांक 14- मार्च 2020 को जिलाधिकारी महोदय की अध्यक्षता में जनपद में संचालित कॉमन सर्विस केंद्र संचालको द्वारा की जा रही सातवीं आर्थिक गणना के कार्यों की एक समीक्षा बैठक का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया।

संवाददाता- (विकाश कुमार/चोपन/ सोनभद्र/ उत्तर प्रदेश)

सातवीं आर्थिक गणना सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा कराई जा रही है। वर्तमान आर्थिक गणना में मंत्रालय ने सातवीं आर्थिक गणना के लिए कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सीएससी ई- गवर्नैंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड के साथ साझेदारी की है। 7वीं आर्थिक गणना में आंकड़े जुटाने, उनके प्रमाणीकरण, रिपोर्ट तैयार करने और इनके प्रसार के लिए आईटी आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर मोबाईल App के माध्यम से किया जा रहा है। जनपद में सातवीं आर्थिक गणना का कार्य आरम्भ हो चुका है। इस बार यह कार्य कॉमन सर्विस केन्द्रों के माध्यम से एक विशेष मोबाईल App के माध्यम से किया जा रहा है। आर्थिक गणना में परिवारों के उद्यमों, गैर-जोत कृषि और गैर-कृषि क्षेत्र में वस्तुओं/सेवाओं (स्वयं के उपभोग के अलावा) के उत्पादन एवं वितरण की गणना की जा रही है।

इस कार्य को संपन्न करने के लिए कुल 276 सुपरवाइजरों व 1340 गणनाकारों की मदद ली जा रही है। जिनका पूर्व में जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित कर सफल सातवीं आर्थिक गणना का कार्य करने हेतु प्रशिक्षित किया जा चूका है।

जनपद में सातवीं आर्थिक गणना के सफल क्रियान्वयन के लिए जिलाधिकारी महोदय की अध्यक्षता में एक कमिटी का गठन किया गया है। जिला अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी आे पी यादव को इस परियोजना का नोडल बनाया गया है। जिनकी देख रेख में यह कार्य किया जा रहा है।

कार्यदायी संस्था सीएससी ई- गवर्नैंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड के स्टेट प्रोजेक्ट अविनाश मिश्रा ने आर्थिक गणना के कार्य की बारीकियों को बताते हुए कहा कि इसी गणना के आकड़ों के आधार पर ही सरकरों द्वारा जनोपयोगी योजनाओं को तैयार किया जाता है। वरिष्ठ सांख्यिकीय अधिकारी आर पी शरन ने बताया कि गणना प्रत्येक पांच वर्षों में किया जाता है। पिछली गणना 2013 में किया गया था। उन्होंने पर्यवेक्षकों एवं प्रगणको से कहा कि सभी तरह के आर्थिक गतिविधियों का त्रुटि रहित सर्वे का होना अति आवश्यक है। जिसके लिए तय मानकों के आधार पर ही सर्वे कार्य किया जाय।

सीएससी जिला प्रबंधको द्वारा जनपद के सर्वे कार्यों की फील्ड स्तरीय गुणवत्ता को बनाये रखने हेतु लगातार समीक्षा / प्रशिक्षण का कार्य किया जा रहा है।
अब तक कुल 534 ग्राम पंचायतों का सर्वे कार्य संपन्न किया जा चूका है। इस कार्यशाला में,सी एस सी जिला प्रबंधक अमरेश प्रजापति, आशीष पांडेय, पंकज मिश्रा एवं जनपद के सभी पर्यवेक्षक एवं प्रगणक उपस्थित रहे।

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