ओबरा के तीनो संदिग्धो में नहीं मिला कोरोना वायरस के लक्षण देर रात दी गई अस्पताल से छुट्टी
सह-संपादक -संतोष सिंह (ओबरा/सोनभद्र/ उत्तर प्रदेश)
सोनभद्र। मंगलवार को सोनभद्र में कोरोना वायरस का मामला सामने आया है। खास बात यह है कि यह विदेशी नागरिक हैं और ओबरा स्थित दुशान कंपनी में कार्यरत हैं। ओबरा स्थित एक हॉस्पिटल से डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल में बने कोरोना वार्ड में कोरोना जांच के लिए रेफर किया है। नेपाल निवासी ये नागरिक सोनभद्र के ओबरा में काम करते हैं और पति, पत्नी और एक वर्षीय बच्चा आज ही नेपाल से वापस सोनभद्र के ओबरा क्षेत्र में पहुँचे हैं, इन्होंने ओबरा स्थित चूड़ी गली में किराये पर कमरा ले रखा है। आज नेपाल निवासी पुरुष ने चक्कर आने और उल्टी की शिकायत की, जिस पर किसी ने हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर उसे कोरोना वायरस से संक्रमित होने की शंका जाहिर कर दिया। जिसके बाद प्रशासनिक अमले में हड़कम्प मच गया। आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुँच गयी और तीनों को संदिग्ध मानते हुए जिला अस्पताल ले आयी। जिला अस्पताल में बने कोरोना वार्ड में इनका परीक्षण किया गया। परीक्षण के बाद इनमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं मिलने पर मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ0 पी0बी0गौतम ने जिलाधिकारी को इनके स्थिति से अवगत कराया। जिलाधिकारी के निर्देश के बाद इन्हें देर रात कोरोना वार्ड से छुट्टी दे दी गयी और हिदायत दिया गया कि 14 दिनों तक घर से बाहर नहीं निकले। बताते चलें कि नेपाली परिवार में एक एक वर्षीय बच्चा भी था जिसका रो-रो कर बुरा हाल हो गया था जिसके चलते डॉक्टरों ने उन्हें घर जाने की इजाजत दे दी।
पूरे मामले पर मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ0 पी0बी0गौतम ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि ओबरा में एक नेपाली परिवार आज ही सोनभद्र आया है और ये कोरोना वायरस के सस्पेक्टेड हैं। जिस पर हमारी टीम ने इन्हें अपने कस्टडी में ले लिया और जिला असप्ताल में बने कोरोना वार्ड में लाकर भर्ती कर आवश्यक जाँच पड़ताल की गई लेकिन इनमें कोई भी कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए गए। इनके साथ एक छोटा बच्चा भी है जिसका रो-रोकर बुरा हाल हो गया था। मैनें पूरी स्थिति से जिलाधिकारी महोदय को अवगत कराया, जिस पर जिलाधिकारी के निर्देशानुसार इन्हें घर जाने की परमिशन दे दी गयी है साथ ही इन्हें 14 दिनों तक घर के अंदर ही रहने की हिदायत दी गयी है।”