भंडरिया थाना क्षेत्र के कई सुदूरवर्ती गांवों में कोरोना वायरस के प्रभाव से बच्चों को बचाने के लिए एक नया अंधविश्वास तेजी से पांव पसार रहा है।

संवाददाता- (नितेश कुमार/ भंडरिया/ गढ़वा/ झारखण्ड)
भंडरिया (गढ़वा) – भंडरिया थाना क्षेत्र के कई सुदूरवर्ती गांवों में कोरोना वायरस के प्रभाव से बच्चों को बचाने के लिए एक नया अंधविश्वास तेजी से पांव पसार रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं अपने घर में छोटे बच्चों के पैर में महावर से रंग लगा कर शेष रंग को लेकर गांव के तीन घर में जा रही हैं। जिसमें दो घर को वे महावर लगाकर बच्चों को पैर रंगने का आग्रह कर रही हैं, और तीसरे घर में अपने साथ लाए हुए रंग को देकर इसी प्रकार का काम करने तीनों घर को कहा जा रहा है।

जिससे अन्य लोग भी अपने बच्चों को महावर से पैर रंग कर शेष बचा रंग लेकर तीन घर तक जरूर जाएं। उनका मानना है कि ऐसा करने से कोरोना से बच्चे की सुरक्षा होगी। इस प्रकार के अंधविश्वास का प्रचलन होने से कुछ लोगों में यह घटना चर्चा का विषय बन रहा है, वहीं कुछ लोग एक गांव से दूसरे गांव तक जाकर इस क्रम को दोहरा रहे हैं। बताते चलें के कई बार महिलाएं एक से अधिक संख्या में आकर प्रत्येक महिला अलग-अलग तीन घर तक जाकर उन्हें इस प्रकार का टोटका बता रहे हैं। कोरोना का खौफ इस कदर हावी है कि कुछ लोग चाह कर भी इसका विरोध नहीं कर पा रहे। अब भविष्य ही बताएगा कि सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों से शुरू हुआ यह टोटका कोरोना से बच्चों की सुरक्षा करता है अथवा 21वीं सदी का बड़ा अंधविश्वास बनकर उभरता है।

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