मानव सेवा सबसे बड़ा धर्म हैं —रामकृष्ण विवेकानंद समिति के युवा एवं बहुत ही सक्रिय सदस्य अनुराग अग्रहरि

डिजिटल भारत न्यूज़24×7 वेब पोर्टल चैनल-संवाददाता: कृपाशंकर अग्रहरि ( गुड्डू ) दुद्धी तहसील क्राइम ब्युरो

बन्धुभाव से की हुई सेवा की अपेक्षा आत्मभाव से की हुई सेवा उत्तम है। – रामकृष्ण परमहंस


दुद्धी तहसील जिला सोनभद्र के सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र पर रामकृष्ण विवेकानंद समिति के सदस्य अनुराग अग्रहरि ने गरीब दिब्याग के पैरों को धोकर स्वच्छता का परिचय देते हुए सेवा किया

आपको बतादे कि रामकृष्ण विवेकानंद समिति के अध्यक्ष श्री राजेश्वर प्रसाद उर्फ़ राजू बाबू विगत कई वर्षों से जरूरतमंद, गरीब, बुजुर्गों और दिव्यांग का सेवा करना अपनी प्राथमिकता बना लिए हैं उन्ही की प्रेरणा से अनुराग सेवा भाव को अपना चरितार्थ बनाना चाहते हैं भगवान इन्हें बल , बुद्धि और ऐश्वर्य प्रदान करें ताकि इसी तरह से सेवा करते रहे|

परोपकार करने से आत्म संतुष्टि होती है। गरीबों को मदद करनी चाहिए।


दुद्धी सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र पर रामकृष्ण विवेकानंद समिति के युवा एवं बहुत ही सक्रिय सदस्य अनुराग अग्रहरि ने असहाय दिब्याग हॉस्पिटल परिसर में देख अनुराग को देखा नही गया उनसे उनका हाल चाल लेने के उद्देश्य से बात की तो उन्हें मालूम पड़ा असहाय दिब्याग जो काफ़ी समय से दुद्धी हॉस्पिटल में पड़ा है उन्होंने उस असहाय का चरण धोकर सेवा किया |
मानव सेवा सबसे बड़ा धर्म हैं जरूरतमंद, गरीब, बुजुर्गों और दिव्यांग का सेवा करना आत्मा को बहुत संतुष्टि मिलता है चाहे कोई भी धर्म हो सबका सेवा अपना धर्म समझते है

रामकृष्ण विवेकानंद समिति के अध्यक्ष श्री राजेश्वर प्रसाद उर्फ़ राजू बाबू विगत कई वर्षों से जरूरतमंद, गरीब, बुजुर्गों और दिव्यांग का सेवा करना अपनी प्राथमिकता बना लिए हैं इसलिए अपने ट्रस्ट के माध्यम से कम्बल, स्वेटर, शर्ट, पैंट, कोट, जैकेट, साड़ी इत्यादि वगैरह प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्या में पूरे दुद्धी तहसील क्षेत्रों में हर गाँव में बगैर स्वार्थ के उपलब्ध कराने का कार्य करते रहे हैं|

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