ज़िला पोषण समिति की बैठक सम्पन्न, जरूरतमंदों को लाभान्वित करें: डीएम इंद्र विक्रम सिंह

अलीगढ़:  27दिसंबर जिलाधिकारी  इंद्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता के कलक्ट्रेट सभागार में जिला पोषण समिति बैठक की अध्यक्षता की गई। नवाचार के तहत संचालित यशोदा कार्यक्रम के माध्यम से चिन्हित किए गए पात्र लाभार्थियों लाभान्वित किए जाने के संबंध में जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ विभिन्न बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया। डीएम ने कहा कि संचालित योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति को अनिवार्य रूप से प्राप्त हो, ऐसी सरकार की मंशा है। जिला, तहसील, ब्लॉक एवं ग्राम स्तर पर विभागीय अधिकारियों कर्मचारियों का इतना बड़ा सिस्टम इसीलिए होता है। जनहित में संचालित योजनाओं से पात्र एवं जरूरतमंद लाभान्वित हों। उन्होंने नवाचार के तहत संचालित यशोदा कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि वास्तव में यशोदा कार्यक्रम सराहनीय कार्य है, परंतु इसकी उपयोगिता तभी सार्थक होगी जब चयनित परिवारों, व्यक्तियों को योजना का शतप्रतिशत लाभ प्राप्त हो।

उन्होंने कहा कि योजना संचालन की ऑनलाइन व्यवस्था के चलते सभी विभागीय अधिकारी एक-दूसरे से समन्वय स्थापित करें और सुनिश्चित करें कि उनके कार्यक्षेत्र में कोई भी पात्र व्यक्ति योजनाओं के लाभ से वंचित न रहने पाए। उन्होंने 31दिसम्बर से 10 जनवरी तक बैकलॉग पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक का संचालन करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रेयस कुमार ने बताया कि 2398 बच्चों को अतिकुपोषित श्रेणी में चिन्हांकित किया गया, जिनमें से स्वास्थ विभाग के सहयोग से 1292 बच्चों को सैम श्रेणी से सामान्य श्रेणी में लाया गया है। बैठक में बताया गया कि 492 नए गोल्डन कार्ड के सापेक्ष अब तक 378 गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं। डीएम ने सीएमओ को प्राथमिकता के आधार पर चयनित परिवारों के कार्ड बनाए जाने के निर्देश दिए। कन्या सुमंगला योजना में 392 के सापेक्ष अब तक 175 को, निराश्रित महिला पेंशन में 133 के सापेक्ष 87 को लाभान्वित किया गया, डीपीओ स्मिता सिंह ने एक सप्ताह में कार्य पूर्ण कर लेने का आश्वासन दिया। वृद्धावस्था पेंशन में 245 के सापेक्ष 53, दिव्यांगजन पेंशन में 68 के सापेक्ष27, मनरेगा जॉबकार्ड बनाये जाने में 826 के सापेक्ष 436 का, श्रम विभाग में श्रमिकों के पंजीकरण कार्य मे 826 के सापेक्ष 476 पात्रों का पंजीकरण किया जाना पाया गया। ऐसे गरीब परिवार जिनके बच्चों को दूध की आवश्यकता है, उनको गाय उपलब्ध कराने के मामले में पशु पालन विभाग द्वारा 146 के सापेक्ष मात्र 24 के ही अब तक फ़ार्म भरवाए जाने की जानकारी दी गयी।
जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने अधिकारियों के प्रति तल्ख रवैया अपनाते हुए कहा कि बड़े शर्म की बात है कि पूरे जनपद में चयनित 100, 200, 300 परिवारों को हम आवश्यकतानुसार उन्हें विभागीय योजनाओं से लाभान्वित नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने नाराजगी प्रकट करते हुए अधिकतम 10 जनवरी तक चयनित परिवारों को लाभान्वित किए जाने के निर्देश दिए हैं।
डीपीओ श्रेयस कुमार द्वारा बताया गया कि इसमें माह तक 90 फीसद बच्चों का वजन किया गया। पोषण ट्रैकर पर लाभार्थियों के आधार कार्ड की फीडिंग का कार्य 98 प्रतिशत से अधिक पूर्ण हो गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा होम विजिट का कार्य ब्लॉक टप्पल, जवा, लोधा में सबसे खराब पाया गया। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया है कि पोषण पुनर्वास केंद्र में कोई बेड खाली नहीं रहना चाहिए। उन्होंने जनपद के सभी सीडीपीओ को निर्देशित किया कि वह माताओं को अनिवार्य स्तनपान की विशेषताओं एवं फायदों के बारे में बताएं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नीरज त्यागी ने बताया कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह के तहत 9 से 59 माह के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी। इसके साथ ही बच्चों के अभिभावकों को 50ml की आयरन फोलिक एसिड का सिरप भी प्रदान किया जाएगा, जिसे परिवार की देखरेख में बच्चों को पिलाना है। बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त अमित कुमार भट्ट, परियोजना निदेशक डीआरडीए भालचंद्र त्रिपाठी, जिला उद्यान अधिकारी डॉ धीरेंद्र कुमार, जिला कृषि अधिकारी अभिनंदन सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ बीपी सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी स्मिता सिंह, सहायक निदेशक सूचना सन्दीप कुमार, सभी मुख्य सेविका एवं एमओआईसी सहित श्रम एवं पंचायतीराज विभाग से अधिकारी उपस्थित रहे।

 

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