इण्डियन गैस एजेंसी कुदरी की मनमानी,610 का गैस 830 रू०में बेचकर कर रहें हैं मनमानी धनउगाही


इण्डियन गैस एजेंसी की मनमानी,610 का गैस 830 रू०में बेचकर कर रहें हैं अतिरिक्त धन की उगाही

डिजिटल भारत न्यूज़24x7LiVE- संवाददाता: कृपाशंकर अग्रहरि ( गुड्डू ) दुद्धी तहसील क्राइम ब्युरो

इण्डियन गैस एजेंसी कुदरी की मनमानी,610 का गैस 830 रू०में बेचकर कर रहें हैं मनमानी धनउगाही

कोरोना के खौफ़ से ज्यादा
उन्हें भूख से डरते देखा है”
                      “रोते बिलखते मजदूरों को
                         रोटी के टुक पे मरते देखा है” 

                          पीड़ित उपभोक्ता

लाक डाउन में गैस एजेंसी संचालक द्वारा अधिक दाम लेकर वितरित किए जा रहा गैस सिलेंडर

दुद्धी तहसील क्षेत्र जिला सोनभद्र एक तरफ देश जहां वैश्विक महामारी कोरोना के दौर से जूझ रहा है ,सरकार की सभी से अपील है कि एक दूसरे का सहयोग करें,सामानों का उचित मूल्य लें साथ ही मनमानी मूल्य ना लें। वही महंत इंडियन गैस एजेंसी संचालक कुदरी द्वारा उज्जवला कनेक्शन धारी महिला समुद्री पत्नी महादेव से गैस का मनमानी दाम ₹830 वसूला गया

 

जबकि वर्तमान समय में गैस का दाम ₹610 है,उक्त एजेंसी धारक द्वारा बुकिंग की पर्ची भी नहीं काटी गई। गैस लेकर महिला जब अपने घर जा रही थी तब कुदरी बाजार में ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई जब ग्रामीणों को इस बात का पता चला तब ग्रामीणों ने उक्त एजेंसी संचालक से बात किया। ग्रामीणों ने बताया कि हम लोगों एवं महिला के द्वारा यह पूछने पर कि गैस का सिलेंडर महंगे दाम पर क्यों दे रहे हैं ,तो संचालक ने कहा कि जिसको लेना है लो नहीं तो मत लो। हम इससे कम दाम पर गैस नहीं दे पाएंगे । इस मामले के संबंध में उक्त एजेंसी संचालक के मोबाइल नंबर 7007636306 पर संपर्क साधने की कोशिश किया गया, बार बार घंटी जाने के बाद भी एजेंसी संचालक द्वारा फोन नहीं उठाया गया। कनेक्शन धारी महिला एवं ग्रामीणों ने जिलाधिकारी महोदय का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया है और एजेंसी संचालक पर आवश्यक कार्रवाई की मांग की गई है। तथा उम्मीद जताई है कि उन्हें उज्जवला गैस सिलेंडर 830 रू० के जगह 610 रुपये में ही उपलब्ध हो जाये। व गरीबों की रसोई बन्द न हो।

जिलाधिकारी महोदय अथवा सम्बंधित अधिकारी का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया है और एजेंसी संचालक पर आवश्यक कार्रवाई की मांग की गई


भूख तुझ में भी है, भूख मुझ में भी है।

पर तेरी भूख कुछ खाने की है,

मेरी भूख बहुत कुछ पाने की है।

तेरा भूख एक वक्त की रोटी चाहता है,

मेरा भूख केवल पैसा चाहता है।

रोटी काे पाकर तेरी भूख मिट जाती है,

पैसों को पाते मेरी भूख बढ़ जाती है।

तेरे पास जगह नहीं धन कमाने की,

मेरे पास जगह नहीं धन छिपाने की  ———

                 इण्डियन गैस एजेंसी संचालक कुदरी

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