केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा किसानों को विश्वासधारा, बाबत स्मरण ज्ञापन। महामहिम राष्ट्रपति महोदय,

मुरादाबाद : AB LIVE NEWS
21 मार्च 2017 को विश्वासघात दिवस के अवसर पर किसानों द्वारा
माननीय राष्ट्रपति के नाम प्रेषित स्मरण ज्ञापन
माता मनराज्या, राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली
द्वारा – श्रीमान जिलाधिकारी जिला मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा किसानों को विश्वासधारा बाबत स्मरण ज्ञापन। महामहिम राष्ट्रपति महोदय,

आपको विदित ही है कि संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले देश के किसानों ने केन्द्र सरकार की किसान विरोधी कानून को सर करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी हासिल करने और अन्ना किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ एक अभूतपूर्व आंदोलन चलाया था।

इस बादोलन के चलते अपको हस्तार से तीन किसान विरोधी कानूनों को रख किया गया। उसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने 21 नवम्बर 2001 को प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकरबकाया छ मुदा की तरफ उनका ध्यान आकृष्ट किया ।

उसके जवाब में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय  के सचिव श्री संजय अग्रवाल ने 9 दिसम्बर 2021 को संयुक्त किसान मोर्चा के नाम एक पत्र (सदिय / ऐएफडब्लू/01/मिस/4) लिया जिसमें उन्होने बाछ मुद्दों पर सरकार की ओर से आश्वासन दिए और आंदोलन को वापस लेने का आधह किया।

इस बिट्टी पर भरोसा कर संयुका किसान मोर्चा ने दिल्ली के बॉर्डर पर लगे मोर्चा और तमाम धरना प्रदर्शनों को 11 दिसम्बर 2021 से उठा लेने का निर्णय महामहिम आपको यह बताते हुए हमें बेहद दुख और रोष हो रहा है कि एक बार फिर देश के किसानों के साथ धोखा हुआ है। भारत सरकार के दिसंबर के जिस पत्र के आधार पर हमने मोर्च उठाने का फैसला किया था. सरकार ने उनमें से कोई वादा पूरा नहीं किया है।

पूरे देश के किसानों ने जनवरी 2022 को विश्वासघात दिवस मनाते हुए, आपको ज्ञापन प्रेषित किए गए थे किन्तु सरकार
द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। सरकार की कथनी और करनी का अंतर आया है 

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