कानपुर:सम्मान के बदले मिलेगा आदर – देवकीनन्दन ठाकुर जी

सम्मान के बदले मिलेगा आदर – देवकीनन्दन ठाकुर जी

कानपुर (शिव शंकर सविता)-
शांतिदूत देवकीनन्दन ठाकुर जी महाराज के सानिध्य में कानपुर में 28 अक्टूबर से 03 नवंबर तक श्रीमद् भागवत कथा एवं लक्ष्मी नारायण यज्ञ का आयोजन मोतीझील में किया जा रहा है। आज श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिवस की शुरूआत सभी गणमान्य अतिथियों के साथ दीप प्रज्वलित कर एवं विश्व शांति के लिए प्रार्थना के साथ की गई। जिसके बाद पूज्य महाराज श्री ने सभी भक्तगणों को “मेरी भई श्याम संग प्रीत दुनिया क्या जाने” भजन श्रवण कराया । आज कथा के प्रारंभ में मुख्य अतिथि के रूप में कानपुर की महापौर प्रमिला पाण्डे, मुरारी लाल अग्रवाल वरिष्ठ सामज सेवी कानपुर, महेश त्रिवेदी किदवई नगर विधायक, अरूण पुरी जी महाराज, सिद्धनाथ धाम एवं डॉ. उदित्यनाथ जी महाराज ने व्यास पीठ से आशीर्वाद प्राप्त किया।

कानपुर की महापौर प्रतिभा पाण्डे ने पूज्य महाराज श्री का धन्यवाद करते हुए कहा- पूज्य महाराज श्री का स्वरूप भगवान के जैसा है । हम सौभाग्यशाली है जो आपके द्वारा श्रीमद् भागवत कथा को श्रवण करने का मौका मिला।

यदि आप मेरे धर्म का सम्मान करोगे तो हम भी आपका आदर करेंगे, यदि आपने मेरे धर्म का सम्मान नहीं किया तो हम भी आपका सम्मान नहीं कर सकते । यह सौभाग्य है कि इस बार कार्तिक मास में कानपुर में भागवत कथा के साथ-साथ लक्ष्मी नारायण यज्ञ का आयोजन भी किया जा रहा है।

कथा के प्रारंभ में पूज्य महाराज श्री ने सभी भक्तों को श्रीमद् भागवत कथा के महत्म को बताकर उनका मार्गदर्शन किया ।

श्रीमद भागवत कथा सुनने मात्र से ही जीव का कल्याण हो जाता है महाराज श्री ने कहा कि व्यास जी ने जब इस भगवत प्राप्ति का ग्रंथ लिखा, तब भागवत नाम दिया गया। बाद में इसे श्रीमद् भागवत नाम दिया गया। इस श्रीमद् शब्द के पीछे एक बड़ा मर्म छुपा हुआ है श्री यानी जब धन का अहंकार हो जाए तो भागवत सुन लो, अहंकार दूर हो जाएगा। व्यक्ति इस संसार से केवल अपना कर्म लेकर जाता है। इसलिए अच्छे कर्म करो। भाग्य, भक्ति, वैराग्य और मुक्ति पाने के लिए भगवत की कथा सुनो। केवल सुनो ही नहीं बल्कि भागवत की मानों भी। सच्चा हिन्दू वही है जो कृष्ण की सुने और उसको माने , गीता की सुनो और उसकी मानों भी , माँ – बाप, गुरु की सुनो तो उनकी मानो भी तो आपके कर्म श्रेष्ठ होंगे और जब कर्म श्रेष्ठ होंगे तो आप को संसार की कोई भी वस्तु कभी दुखी नहीं कर पायेगी। और जब आप को संसार की किसी बात का फर्क पड़ना बंद हो जायेगा तो निश्चित ही आप वैराग्य की और अग्रसर हो जायेगे और तब ईश्वर को पाना सरल हो जायेगा।

श्रीमद् भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर कपिल देवहूती संवाद, सती चरित्र, ध्रुव चरित्र का वृतांत सुनाया जाएगा।

आज के कार्यक्रम में मुख्य यजमान चंद्र प्रभा,दिनेश त्रिपाठी,वीरेंद्र गुप्ता,प्रभा शंकर वर्मा,राम विनय यादव,बिपिन बाजेपेई, सतीश गुप्ता, डाक्टर यू पी सिंह,अजय मिश्रा,नीलम सेंगर,माया सिंह,पूनम पांडेय,नीरज वर्मा,किरण तिवारी, आभा गुप्ता आदि लोग उपस्थित रहे।

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