चिंतन:अव्यवस्थित जीवन शैली ही तनाव का मुख्य कारण है

राधे – राधे

॥ आज का भगवद चिन्तन ॥

आदर्श जीवनशैली

अव्यवस्थित जीवन शैली ही वर्तमान समय में किसी भी व्यक्ति के जीवन में तनाव का एक प्रमुख कारण है। अगर आपकी दिनचर्या अव्यवस्थित हैं तो याद रखना कि आपकी रात्रि भी तनावपूर्ण होने वाली है।अव्यवस्थित जीवनशैली सदैव तनाव को ही जन्म देती है।

अपने कार्य को समय पर करना सीखो और दूसरों के ऊपर मत छोड़ो। आज के समय में आदमी जिस प्रकार अशांत, परेशान और हैरान है, उसका कारण वह स्वयं ही है। जब हमारे द्वारा अपने कार्यों को स्वयं न करके किसी और के ऊपर छोड़ दिया जाता है तो वही गलती हमारे तनावों का प्रमुख कारण भी बन जाती है।

अपने कार्य को समय पर न करना और स्वयं न करना यह आज तनाव और अशांति का प्रमुख कारण है। इसी वजह से आदमी का दिन का चैन और रात की नींद चली गयी है । हमारा उठना, बैठना खाना, पीना, कार्य करना सब समय पर हो और सही तरीके से हो तो सफलता भी मिलेगी और विश्राम भी मिलेगा। आपकी आदर्श जीवनशैली ही समाज में आपके जीवन को एक आदर्श भी बना देती है।

संजीव कृष्ण ठाकुर जी
श्री नैमिषारण्य धाम

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