अलीगढ़ में वाणिज्यकर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआइबी) ने चार फर्मों पर एक साथ छापे मारे। एक फर्म के मालिक को चार करोड़ रुपये की फर्जी फर्मों से खरीद बिक्री दिखाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) का लाभ लिया।
आइटीसी के गबन के आरोप में फर्म मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया है। जीएसटी में प्रदेश में यह दूसरा मामला है, जिसमें आरोपित को गिरफ्तार किया गया हो। इससे पहले भी अलीगढ़ के ही शिवानी स्टील के अंकित गर्ग को 20 नवंबर 2018 में गिरफ्तार किया गया था।
इन पर भी करोड़ों रुपये की आइटीसी के गबन का आरोप था। थाना क्वार्सी में पांच नामजद सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है,वाणिज्यकर विभाग की एसआइबी टीम के डिप्टी कमिश्नर आरपीएस कौन्तेय ने बताया है कि वणिज्यकर विभाग के एडिशनल कमिश्रनर प्रशासन एसएन शुक्ला व एसआबी के एडिशनल कमिश्नर अनूश माहेश्वरी के निर्देश पर चार टीमों ने अलग अलग स्थानो पर छापे मारे थे।
इनमें एक टीम ओम ट्रेडर्स की रमेश विहार कालोनी निकट स्थित फर्म व रामघाट रोड कल्याण मार्ग स्थित निरंजपुरी स्थित आवास पर छापे मारे गए। ओम ट्रेडर्स के मालिक जस्ता, पीतल, एल्युमिनियम फर्नेश का काम करते हैं।
इस फर्म मालिक विष्णु प्रताप निवासी निरंजनपुरी ने फर्जी फर्मों से खरीद बिक्री कर चार करोड़ रुपये से अधिक की आइटीसी का लाभ ले लिया। जांच के दौरान इनकी फर्म से संदिग्ध प्रपत्र भी सीज किए गए हैं। यह संगठित गिरोह चलाकर फर्जी फर्मों से खरीद बिक्री करते हैं। पुलिस हिरासत में आरोपित विष्णु से पूछताछ के आधार पर एसआइबी की टीम जांच में जुटी हुई है।