फल-सब्जी खरीदते वक्त बरतें सावधानी, नहीं तो हो सकते हैं कोरोना संक्रमित

फल-सब्जी खरीदते वक्त बरतें सावधानी, नहीं तो हो सकते हैं कोरोना संक्रमित

DIGITAL BHARAT NEWS 24x7LiVE सह- संपादक- संतोष सिंह

नई दिल्ली । देशव्यापी लॉकडाउन- 3 में थोड़ी छूट जरूर दी गई है लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि हम कोरोना संक्रमण को लेकर बेपरवाह हो जाएं। यदि आपने सावधानी न बरती तो संक्रमण कहीं भी हो सकता है, चाहे वह आपका पुराना परिचित फल-सब्जी विक्रेता ही क्यों न हो। उससे पहले की ही तरह पूरी आत्मीयता से सब्जी खरीदें लेकिन कोरोना से बचाव के लिए जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए। कहीं ऐसा न हो कि वो आपको संक्रमित कर दे।

हाल के दिनों में जमातियों के बाद सब्जी विक्रेता भी संक्रमण के बड़े वाहक बने हैं। इनकी वजह से दिल्ली सहित कई राज्यों में संक्रमण फैला है। इसलिए, सब्जी खरीदते समय शारीरिक दूरी के साथ ही मॉस्क लगाना कतई न भूलें। यह सबक सब्जी विक्रेताओं के लिए भी है कि वो भी पूरी तरह सावधानी बरतें। वो खुद को बचा पाएंगे तो उनका ग्राहक स्वयं सुरक्षित हो जाएगा।

सब्जी विक्रेताओं की लापरवाही से इलाका सील करना पड़ा

लखनऊ में सब्जी विक्रेताओं की लापरवाही सामने आई है। शासन के लगातार निर्देशों के बावजूद सब्जी विक्रेताओं ने न तो शारीरिक दूरी का पालन किया और न ही मास्क का इस्तेमाल। यही नहीं, बिना ग्लब्ज का इस्तेमाल किए इन्होंने खुले में ग्राहकों को सब्जियां बेचीं।। इसका परिणाम यह हुआ कि किराना व्यापारी भी कोरोना की चपेट में आ गया। इनकी लापरवाही के कारण कैसरबाग सब्जी मंडी के साथ ही खंदारी लेन और लालबाग का इलाका सील करना पड़ा। अब तक सब्जी विक्रेताओं के संपर्क में आए 10 लोगों में संक्रमण फैल चुका है और 50 से अधिक लोग रडार पर हैं। सभी लोगों को क्वारंटाइन किया गया है और इनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।

दिल्ली और हरियाणा में भी सब्जी विक्रेताअों से कई संक्रमित

दिल्ली के आजादपुर सब्जी मंडी से भी कोरोना कई जिलों में फैला। यहां एक दुकानदार की मौत हो गई और 18 लोग पॉजिटिव पाए गए। 40 से ज्यादा लोग क्वारंटाइन किए गए हैं। यहीं से हरियाणा के सोनीपत में 25, झज्जर में 59 और गुरुग्राम में नौ सब्जी वाले संक्रमित हुए।

सब्जी मंडियों में लॉकडाउन औऱ शारीरिक दूरी की उड़ रही धज्जियां

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से निपटने के लिए एक तरफ पूरे देश में लॉकडाउन-3 जारी है। दूसरी तरफ देश भर की सब्जी मंडियों में लॉकडाउन और शारीरिक दूरी के मानकों की खुलेआम धज्जियां उड़ रही हैं। ऐसे में आवश्यक सुविधाओं में आने वाली देश की सब्जी मंडिया, कोरोना संक्रमण का गढ़ बन चुकी हैं। तमिलनाडु की एक थोक मंडी से बनी कोरोना चेन अब तक 1600 लोगों को चपेट में ले चुकी है। कई अन्य राज्यों में भी कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के पीछे थोक फल-सब्जी मंडियों में प्रतिदिन उमड़ने वाली भीड़ को वजह माना जा रहा है।

देश की कुछ चुनिंदा बड़ी मंडियों की बात करें, तो वहां से आसपास के शहरों और कई राज्यों में संक्रमण फैलने का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। हालांकि, इस खतरे से निपटने के लिए अब कुछ बड़ी मंडियों में भीड़ नियंत्रित करने के लिए समय तय किया जा रहा तो कुछ जगहों पर पास और सैनिटाइजेशन गेट की भी व्यवस्था की गई है। इसके अलावा ज्यादातर मंडियों में मास्क, ग्लब्स व सेनिटाइजर जैसे सुरक्षा उपायों को अनिवार्य कर दिया गया है।

थोक मंडी में संक्रमण का मतलब बड़ा खतरनाक

सब्जी मंडी में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों से केंद्र व राज्य सरकारों की चिंता इसलिए भी बढ़ी गई है क्योंकि इसका सीधा असर आम लोगों पर हो सकता है। दरअसल थोक मंडियों से ही छोटे फल व सब्जी विक्रेता माल खरीदते हैं। इसके बाद यही फल व सब्जी विक्रेता, हमारे आसपास की दुकानों, रेहड़ी-पटरियों, ठेलों अथवा साप्ताहिक बाजार में बिक्री करते हैं। आम लोग इन्हीं मंडियों से फल-सब्जी खरीदते हैं। ऐसे में उन तक संक्रमण फैलने का भी खतरा बढ़ता जा रहा है।

मेरठ मंडी में 24 पॉजिटिव – कई राज्यों में खतरा

उत्तर प्रदेश के मेरठ में मौजूद नवीन सब्जी मंडी में 5 मई तक 24 कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। दिल्ली स्थिति इस सब्जी में सभी पॉजिटिव केस महज 24 घंटे के अंदर मिले थे। नवीन सब्जी मंडी पश्चिम उत्तर प्रदेश की प्रमुख मंडियों में से एक है। यहां से पश्चिम उत्तर प्रदेश के अधिकांश शहरों समेत दिल्ली और उत्तराखंड तक प्रतिदिन सब्जियों की सप्लाई होती है। ऐसे में वहां भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। दरअसल कुछ दिनों पहले नवीन सब्जी मंडी के एक बड़े फल विक्रेता की दिल्ली में कोरोना से मौत हुई थी। इसके बाद मंडी में पूल टेस्टिंग की गई, तो यहां के 24 दुकानदार पॉजिटिव मिले। माना जा रहा है कि यहीं से मेरठ में कोरोना विस्फोट हुआ है। अब मेरठ प्रशासन ने मंडी को शिफ्ट करने और भीड़ नियंत्रित करने की पहल शुरू की है।

दिल्ली की दो मंडियों में कोरोना की एंट्री

देश की राजधानी दिल्ली की दो प्रमुख मंडियों, आजादपुर मंडी व ओखला मंडी में कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आने से कई राज्यों की चिंता बढ़ गई है। दिल्ली की आजादपुर सब्जी मंडी में अब तक 18 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं। आजादपुर मंडी, एशिया की सबसे बड़ी मंडी है और यहां से प्रतिदिन भारी मात्रा में दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई राज्यों में फल व सब्जी सप्लाई होती है। दिल्ली की ओखला मंडी भी एनसीआर की बड़ी फल-सब्जी मंडियों में शामिल है। यहां तैनात एक सब इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके बाद कईयों के नमूने लिए गए हैं। इन दोनों मंडियों में लगने वाली भीड़ की फोटो व खबरें पिछले कई दिनों से नेशनल मीडिया की सुर्खियां बनी हुई हैं।

दिल्ली मंडी की वजह से हरियाणा सील

दिल्ली की मंडियों में कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने के बाद हरियाणा समेत पश्चिमी यूपी के नोएडा व गाजियाबाद ने अपने बार्डर पूरी तरह से सील कर दिए हैं। दरअसल सोनीपत में कोरोना पॉजिटिव मिले एक आढ़तिये का लिंक दिल्ली की आजादपुरी मंडी से जुड़ा हुआ है। इसके बाद ही हरियाणा ने दिल्ली से सटी सीमाओं को सील कर आवाजाही पूरी तरह से रोक दी है।

तमिलनाडु की मंडी से 500 हुए पॉजिटिव

तमिलनाडु में 250 एकड़ में बनी कोयम्बेडु थोक बाजार (Koyambedu Wholesale Market) से सीधे तौर पर जुड़े 310 पॉजिटिव मामले 5 मई तक सामने आ चुके हैं। इसके बाद राज्य में बनी कोरोना चेन 500 से ज्यादा लोगों को चपेट में ले चुकी है। ये आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। फिलहाल पूरी मंडी को सेनेटाइजेशन के लिए बंद है। मार्केट के 50 फीसद उत्पाद कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल, गुजरात और महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों से आते है और फिर कई राज्यों में सप्लाई होते हैं। माना जा रहा है कि इस मंडी से कई राज्यों में कोरोना की चेन बनी है।

भोपाल में एक सब्जी विक्रेता से कई संक्रमित

भोपाल की सबसे बड़ी सब्जी मंडी में भी पिछले दिनों एक सब्जी विक्रेता के कोरोना पॉजिटिव मिलने का मामला सामने आया था। बाद में उसके संपर्क में आए लोगों की जांच की गई तो संक्रमण के कई और मामले सामने आए। भोपाल, दिल्ली, मेरठ व तमिलनाडु ही नहीं देश की अलग-अलग थोक मंडियों से इस तरह के तमाम मामले प्रतिदिन सामने आ रहे हैं।

कोरोना – सावधानी ही बचाव

मालूम हो कि दुनिया भर में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचने के लिए फिलहाल न तो कोई टीका है और न ही कोई दवा उपलब्ध है। लिहाजा शारीरिक दूरी, साफ-सफाई और शारीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने अथवा दुरुस्त रखने जैसे कुछ एहतियातों पर शुरू से जोर दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लगभग हर राज्यों के मुख्यमंत्री से लेकर खेल, कला व बॉलिवुड स्टार भी लोगों को लगातार इसके प्रति जागरूक कर रहे हैं। जब तक वायरस से निपटने के लिए कोई टीका या दवा नहीं बन जाती है, तब तक सावधानी ही बचाव है।

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