NCL अमलोरी के आवासीय परिसर क्वार्टर में लगी आग, कीमती सामान जलकर हुआ राख
रिपोर्टर – संतोष कुमार रजक
सिंगरौली। बैढ़न :– एनसीएल अमलोरी परियोजना के कर्मी एम.के. गुप्ता के आवासीय परिसर NMQ 51 क्वार्टर में लगी आग सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है एनसीएल कर्मी के द्वारा आग पर काबू पाने की पूरी कोशिश की गई लेकिन आग इतनी भयावाह रूप ले चुकी थी जिससे कर्मी आग पर काबू ना पा सका।
एनसीएल के आवासीय परिसर बने कई वर्ष बीत गए लेकिन आज तक एनसीएल के क्वार्टरों में बिजली मेंटेनेंस के नाम पर सिर्फ दिखावा ही होता रहा एनसीएल के लगभग कई क्वार्टरों के कनेक्शन तो डायरेक्ट हैं अगर कभी सार्ट सर्किट जैसी समस्या सामने आती है तो पावर कट करने का कोई सुविधा नहीं है जिससे बड़ी घटना घटित हो सकती है । सूत्र बताते हैं कि एनसीएल के क्वार्टर मे बिजली का नया वायरिंग का टेंडर हुआ था लेकिन कुछ क्वार्टरों का वायरिंग होने के बाद ना जाने क्या हुआ की मेंटेनेंस का कार्य रुक गया अगर समय रहते सभी क्वार्टरों की वायरिंग का कार्य पूर्ण कर लिया गया होता तो आज एनसीएल कर्मी के क्वार्टर में लगी आग का कारण शॉर्ट सर्किट नहीं होता ।
घटनास्थल पर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड का मोटर स्टार्ट ही नहीं हो रहा था जब किसी तरह मोटर स्टार्ट हुआ तो एनसीएल कर्मी को लगा कि अब आग पर काबू पाया जा सकेगा लेकिन मोटर स्टार्ट होने के बाद बार-बार फायर ब्रिगेड का पाइप कनेक्शन निकल जाता तो वहीं दूसरी तरफ मोटर भी बंद हो जाता था जिससे फायर ब्रिगेड आग बुझाने में नाकाम रही और आग तब तक इतनी फैल चुकी थी की घर में रखे छोटे व बड़े समान जलकर राख हो गए। गनीमत रही कि एनसीएल कर्मी का परिवार सुरक्षित है नहीं तो बड़ी घटना हो सकती थी।
फायर ब्रिगेड के नाकाम हो जाने पर एनसीएल कर्मी के पड़ोसियों ने घंटों प्रयास करने के बाद बाल्टी के सहायता से लगातार आग पर पानी का छिड़काव करते रहे तब जाकर किसी तरह मेहनत रंग लाई और आग पर काबू पाया जा सका, अगर फायर ब्रिगेड का मेंटेनेंस होता तो एक छोटी सी चिंगारी ज्वालामुखी नहीं बनती।