कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए प्रयास कर रहे योगाचार्य अजय कुमार पाठक
डिजिटल भारत न्यूज़24x7LiVE– संवाददाता- दिनेश उपाध्याय-(ओबरा/सोनभद्र/उत्तर प्रदेश)
ओबरा सोनभद्र कोविड 19 जैसे महामारी से बचने के लिए केवल आम जनमानस ही नही बल्कि शासन प्रशासन से लेकर हर जिम्मेदार व्यक्ति सार्थक प्रयास कर रहा है तो वही योग गुरु रामदेव के शिष्य योगाचार्य अजय कुमार पाठक योग के माध्यम से लगातार लोगो की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा कर उन्हे स्वस्थ रखने का प्रयास कर रहे हैं।योगा कराते हुए पाठक ने कहा कि मानव का असली धन तो स्वास्थ्य ही है।इसलिए सुक्ष्म व्यायाम के साथ प्रणायाम का भी अभ्यास कराया जाता है जिससे व्यक्ति रोगों से लड़ सके।सुक्ष्म व्यायाम में सर्वाइकल,स्पेन्डलाटिस कमर,सियाटिका,गठिया के लिए मकरासन,भुजंग आसन,सलभ आसन का अभ्यास कराया जाता है।
मोटापा,सुगर ,पेट के लिए मण्डूक आसन,शस्कासन,पवनमुक्तासन गोमुखासन कराया जाता है।साथ ही गठिया,कब्ज,गला,लिबर की कमजोरी,आँतो के सभी रोग,कमर दर्द के लिए धनुरासन का अभ्यास कराया जाता है।अनिद्रा को दूर करने,पीलिया,पेट की गैस,पाचन शक्ति के लिए वज्रासन कराते हैं।प्रणायाम में सर्दी ,जुखाम, एलर्जी, श्वास रोग,फेफड़े सम्बंधित रोग के लिए भस्त्रिका प्रणायाम कराया जाता है।कब्ज,गैस,नेत्र ज्योति, स्रण शक्ति के लिए कपालभाति प्रणायाम, मूत्र रोग,बवासीर के लिए बाह्य प्रणायाम,थायराइड,टायन्सिल,हकलाना, तुतलाना व गले के समस्त बिकारों के लिए उज्जयी प्रणायाम, बात,पित्त,कफ रोग,सर्दी,जुखाम,दमा अनिद्रा के लिए अनुलोम विलोम प्रणायाम, मस्तिष्क के समस्त रोगों के लिए भ्रामरी प्रणायाम व उदगीत प्रणायाम तथा प्रणव प्रणायाम का अभ्यास कराया जाता है।इस अवसर पर वरिष्ठ योग शिक्षक राजन शर्मा,योग शिक्षिका प्रिया,पूजा,खुशी,अराधना, यश और सत्यम उपस्थित रहे।