विभिन्न लैम्पसों पर खाद वितरण में अनियमितता —-

विभिन्न लैम्पसों पर खाद वितरण में अनियमितता —-

डिजिटल भारत न्यूज़ 24×7 LiVE- संवाददातावीरेंद्र कुमार गुप्ता- (विंढमगंज/सोनभद्र/उत्तर प्रदेश)

विंढमगंज सोनभद्र :- विकास खंड दुध्दी के इलाकों में स्थित क्रय विक्रय समिति सलैयाडीह, विंढमगंज लैंपस, मेदनीखाड़ लैंपस, महुली लैंपस, पकरी लैंपस पर सरकार की मंशा के अनुरूप किसानों को खेती के लिए खाद उपलब्ध कराने हेतु केंद्र स्थापित किए गए जहाँ बीते लगभग एक पखवारा से यूरिया खाद केंद्रों पर उपलब्ध नही था।यूरिया लैम्पस में आने के बाद किसान खाद लेने के चक्कर में कोरोना वायरस को पूर्ण रूप से भूल गए हैं।लैम्पस पर न ही किसी के पास मास्क दिखा और न ही किसी ने सोशल डिस्टेंस का पालन किया ।

किसानों का कहना है कि गोदाम में लगभग 200 बोरी खाद बचा है लेकिन लैम्पस कर्मचारियों ने सैकड़ो लोगो का आधार कार्ड और खतौनी जमा कर के भीड़ लगवाया गया हैं।वही मौके पर पहुँचे जिला कृषि अधिकारी पीयूष राय और दुध्दी तहसीलदार ब्रजेश वर्मा ने लोगो को सोशल डिस्टेंस व मास्क लगाए रहने की बात कही।कृषि अधिकारी ने बताया कि पिछले वर्ष के अपेक्षा इस वर्ष अधिक खाद आ गया है और सभी दुकानों को आवंटित कर दिया गया हैं ।लेकिन फिर भी किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा है। यह जाँच का विषय है,इसका जाँच कर कार्यवाही करूँगा।किसानों से वार्ता कर बताया कि यूरिया की कमी नहीं होने दिया जायेगा, आप लोग शांति व्यवस्था के साथ क्रय करे।एक दो दिन में खाद फिर उपलब्ध हो जायेगा। वही किसान खाद की किल्लत देख काफी चिंतित व मायूस हैं।आज सुबह से ही उक्त लैम्पस पर किसानों की लंबी लाइन लगी हुई हैं।किसानों का कहना है कि एक बोरी ही दिया जा रहा है। वही क्रय विक्रय समिति पर तैनात सुरेश यादव ने बताया कि 750 बोरा यूरिया का खाद इस केंद्र पर आया है जो क्रम से किसानों को आधार कार्ड के माध्यम से प्रत्येक किसान एक बोरी दिया जा रहा है व किसी भी किसान से ज्यादा पैसा नहीं लिया जा रहा है सरकारी रेट के हिसाब से ₹266. 50 पैसा प्रत्येक बोरी रेट लिया जा रहा है वही विंढमगंज लैंपस पर तैनात दीप नारायण यादव ने बताया कि इस केंद्र पर 650 बोरी यूरिया खाद आया है जिसका वितरण आज सुबह से ही प्रत्येक किसान को एक बोरी यूरिया खाद दिया जा रहा है वही मौके पर भारी फोर्स व पीएसी के जवान तैनात कर दिया गया है जिससे खाद वितरण में अव्यवस्था उत्पन्न न हो सके।

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