अभियंताओ समस्याओं का निराकरण न किये जाने के विरोध

अभियंताओ समस्याओं का निराकरण न किये जाने के विरोध

डिजिटल भारत न्यूज 24×7 LIVEसंवाददाता- दिनेश उपाध्याय-(ओबरा/सोनभद्र/उत्तर प्रदेश)

ओबरा सोनभद्र ऊर्जा क्षेत्र में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण रोकने तथा अवर अभियंताओ/प्रोन्नत अभियंताओ के न्यायसंगत मांगों/समस्याओं का निराकरण न किये जाने के विरोध में राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन उत्तर प्रदेश द्वारा आज सहयोगात्मक आंदोलन,पूरे प्रदेश में समस्त विद्युत उत्पादन गृहो से लेकर पारेषण एवम वितरण के समस्त खण्डो पर किया जा रहा है।इस सहयोगात्मक आंदोलन में संगठन के समस्त सदस्य जो सामान्य पाली में कार्यरत है, के द्वारा अनवरत 48 घण्टे का कार्य ऊर्जा विभाग एवम आम जनहित में प्रदेश सरकार एवम ऊर्जा प्रबंधन को एक अनोखा संदेश दे रहे है।इसी क्रम में शाखा ओबरा द्वारा भी इस सहयोगात्मक आंदोलन में पूरे मनोबल से बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया जा रहा है।

शाखा के समस्त सदस्य जो सामान्य पाली में कार्यरत है,कल लगातार निगम हित में कार्य पर लगे हुए है। इस तरह से विरोध करने का अपनेआप में यह अनोखा तरीका है।शाखा के सदस्यों ने इस दौरान मांग की कि संवर्ग की जायज समस्याओं पर गंभीरता से विचार कर तत्काल निराकरण कराया जाय एवम पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण किये जाने हेतु प्रक्रियाधीन कार्यवाही पर तत्काल रोक लगाया जाय।कार्य के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए, कोविड-19 से बचाव का पूरा ख्याल रखा गया।इस दौरान उत्पादन निगम अध्यक्ष इंजीनियर आर०जी०सिंह ने बताया कि अवर अभियंता/प्रोन्नत अभियंता कोविड 19 के भीषण संक्रमण के बावजूद अपने जान की परवाह किये बिना उत्पादन गृहों/क्षेत्रों में क्षमता से अधिक कार्य करने के प्रति संकल्पित होकर धरातल पर कार्य कर रहा है, इसके बावजूद सरकार एवम प्रबंधन समस्याओं का निराकरण न करके समस्याओं को और बढ़ाने में लगा हुआ है। श्री सिंह ने शीर्ष ऊर्जा प्रबंधन एवम सरकार से मांग की कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को निजीकरण किये जाने की प्रक्रिया पर तुरंत रोक लगाये अन्यथा की स्थिति में ऊर्जा विभाग के पूरे प्रदेश के अवर अभियंता बृहद आंदोलन हेतु बाध्य होंगे और ऐसी परिस्थिति में संभावित औद्योगिक अशांति की समस्त जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश ऊर्जा प्रबंधन एवम उत्तर प्रदेश शासन की होगी।शाखा ओबरा के अध्यक्ष इंजीनियर अभय प्रताप सिंह, एवम सचिव इंजीनियर ओ०पी०पाल ने संयुक्त बयान में कहा कि राज्य विद्युत परिषद जू०इ०संगठन, उ०प्र० ऊर्जा क्षेत्र का एक प्रतिष्टित सेवा संगठन है। यह संगठन अपने सदस्यों के हितों अधिकारों के संरक्षण किये जाने के साथ ही ऊर्जा क्षेत्र की बेहतरी के लिए हमेशा प्रयासरत रहता है। संगठन के सदस्य विद्युत का उत्पादन,विद्युत व्यवस्था का बेहतर संचालन हेतु मौसम एवम कार्य की विभिन्न प्रतिकूलताओं के बावजूद अपने प्राणों की परवाह किये बिना धरातल पर पूरी निष्ठा एवम मनोयोग से दिन रात कार्य करते है। इन सबके बावजूद संवर्ग की जायज समस्याओ का ऊर्जा प्रबंधन द्वारा समय स्व निस्तारण न किया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। उन्होंने प्रबंधन एवम सरकार से समस्याओ के निराकरण के साथ साथ पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लि के निजीकरण के प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाने की मांग की।संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष इं० जी०बी०पटेल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 48 घण्टे के अनवरत कार्य पर लगे सदस्यों का मनोबल बढ़ाया।

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