उजाड़ने के खिलाफ विशाल मौन संपर्क में उमड़े व्यापारी
-सीमित बंदी का समर्थन में बन्द रही दुकानें
डिजिटल भारत न्यूज 24×7 LIVE– संवाददाता- दिनेश उपाध्याय-(ओबरा/सोनभद्र/उत्तर प्रदेश)
ओबरा सोनभद्र उजाड़ने के खिलाफ विशाल मौन सम्पर्क में सैकडों व्यापारी उमड़े पड़े, वहीं ओबरा बाजार की सीमित बंदी को दुकानें बंद कर व्यापारियों ने पूरा समर्थन दिया।गल्ला मंडी में सुबह आठ बजे व्यापारी एकत्रित होकर पंक्तिबद्ध तरीके से सिनेमा रोड,चूड़ी गली,चोपन रोड, वीआईपी रोड, मुख्य महाप्रबन्धक आवास रोड होते हुए चिल्ड्रेन पार्क पहुँचा।
वहाँ वीआईपी रोड होते हुए बुद्ध बिहार में करीब छह किमी की दूरी तय कर मौन सम्पर्क पूर्ण हो गया।मौन सम्पर्क में संयोजक आचार्य प्रमोद चौबे, सचिव गिरीश पांडेय,भोला कनौजिया, निशांत कुशवाहा, मिथिलेश अग्रहरि,दिलीप चफनु, रवीन्द्र गर्ग आदि शामिल रहे।इनकी मांगें-उजाड़ी गई दुकानों की पुनर्स्थापना,दुकानों के उजाड़ने पर लगे पूर्ण रोक,अम्बेडकर व नेता जी मूर्ति पर माल्यार्पण मौन सम्पर्क में सबसे पहले डॉक्टर अम्बेडकर की मूर्ति पर ओबरा नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष उमाशंकर सिंह ने माल्यार्पण किया, वहीं नेता जी सुभाष चंद बोस की मूर्ति पर सामाजिक कार्यकर्ता रमेश सिंह यादव ने माल्यार्पण किया।तख्तियों पर लिखे थे नारे व्यापारियों की आह, साहब न करो वाह।छीना रोटीका ठिकाना, साहब बना मनमाना।व्यापारी को न रोटी न दाम, साहब से सरकार बदनाम। व्यापारियों का बलिदान साहब से सरकार बदनाम। उजाड़ने से व्यापारी परेशान, साहब से सरकार बदनाम।नार्को टेस्ट-नार्को टेस्ट, सबका कराए नार्को टेस्ट। अधिकारियों की खूब मनमानी, व्यापारियों का छीना दाना-पानी। लाज न आये-लाज न आये, क्रूर साहब को लाज न आये। तोड़ा व्यापारी ताना-बाना, साहब हो गए मनमाना। साहब न दे जीने के अधिकार सरकार दे दो मरने का अधिकार।सीजीएम से वार्ता हेतु पत्र ओबरा बाजार बचाओ संघर्ष समिति के सचिव गिरीश पांडेय ने मुख्यमहाप्रबन्धक को पत्र देकर प्रभावित व्यापारियों से द्विपक्षीय वार्ता की बात कही है।