अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा US हमेशा रहेगा भारत का भरोसेमंद दोस्त, ऐसे बीता भारत में ट्रंप का पहला दिन

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा US हमेशा रहेगा भारत का भरोसेमंद दोस्त, ऐसे बीता भारत में ट्रंप का पहला दिन

संपादक – विकाश रघुवंशी (कचनरवा/कोन/सोनभद्र/ उत्तर प्रदेश)
मोबाइल नंबर- +917979777148
दो बड़े देश जब साझेदार बनते हैं तो हितों का टकराव सामान्य बात है लेकिन अहम बात यह है कि दोनों देशों के नेता रिश्तों को किस तरफ ले जाना चाहते हैं। सोमवार को अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह दिखाया कि क्यों भारत और अमेरिका की दोस्ती को 21वीं सदी का सबसे महत्वपूर्ण वैश्विक रिश्ता माना जा रहा है। अपने पहले भारत दौरे पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह वादा किया कि अमेरिका हमेशा भारत का सच्चा दोस्त रहेगा।

वहीं पीएम मोदी ने ट्रंप की यात्रा को भारत और अमेरिका के रिश्तों का नया अध्याय बताते हुए कहा कि दोनों देश सिर्फ रणनीतिक साझेदार ही नहीं हैं बल्कि यह रिश्ता इससे भी आगे का है। इस तरह दोनों नेताओं ने मंगलवार को नई दिल्ली में होने जा रही आधिकारिक स्तर की द्विपक्षीय वार्ता की जमीन तैयार कर दी है। माना जा रहा है कि जिस तरह 2015 में मोदी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने द्विपक्षीय रिश्तों को नई दिशा दी, वैसे ही मोदी और ट्रंप की बैठक रिश्तों को नया आयाम देने जा रही है।
अहमदाबाद के खचाखच भरे मोटेरा स्टेडियम में ट्रंप ने अपने भाषण की शुरुआत ‘अमेरिका भारत को प्यार करता है’ से की और अंत ‘हम भारत को बहुत प्यार करते हैं’ से किया। ट्रंप ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच लगभग आधे घंटे के भाषण में उन सभी मुद्दों को तो समेटा ही जिनकी उन्हें राजनीतिक या कूटनीतिक तौर पर दरकार है, साथ ही उन मुद्दों को भी शामिल किया जिन्हें लेकर भारत की अपनी चिंताएं हैं। ट्रंप ने इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में मजबूती से खड़े रहने का वादा कर यह भी जता दिया कि वह भारत की आशंकाओं से रूबरू हैं।इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रवैया अपनाकर भारत को आश्वस्त किया कि अमेरिका इस लड़ाई में पूरी तरह साथ है।
हालांकि ट्रंप ने पाकिस्तान पर सीधे तौर पर कोई निशाना नहीं लगाया। उन्होंने कहा, ‘अमेरिका पाकिस्तान के साथ सकारात्मक रूप से कोशिश कर रहा है कि पाकिस्तानी सीमा पर सक्रिय आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई हो। हमारे रिश्ते पाकिस्तान के साथ अच्छे हैं।’ जाहिर है कि अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में फिलहाल अमेरिका को पाकिस्तान की जरूरत है। इसी के साथ ट्रंप ने भारत से बड़ी जिम्मेदारी की आशा जताई। उन्होंने कहा, ‘भारत को दक्षिण एशिया में समस्याओं के निराकरण और शांति के लिए बड़ी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।’

माना जा रहा है कि दोनों देशों की तरफ से मंगलवार को जारी होने वाले संयुक्त बयान में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का खास जिक्र होगा। चीन का खुले तौर पर तो जिक्र नहीं हुआ लेकिन ट्रंप ने परोक्ष तौर पर यह जता दिया कि भारत उनके लिए अहम दोस्त है। ध्यान रहे कि चीन को लेकर भारत और अमेरिका दोनों सशंकित रहते हैं।आजादी के बाद पिछले 70 वर्षो में भारतीय लोकतंत्र ने जो स्थान हासिल किया है उसे अभूतपूर्व करार देते हुए ट्रंप ने कहा कि विविधता में एकता की ऐसी मिसाल मुश्किल है। जिस तरह से सभी धर्मो के लोग यहां सद्भाव से रहते हैं और सैकड़ों भाषाएं बोलते हैं वह पूरी दु्निया के लिए एक प्रेरणा है।

भारत के आर्थिक शक्ति बनने व एक संप्रभु राष्ट्र के तौर पर प्रगति करने को पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा बताया और कहा कि यह मानवता के लिए उम्मीद की किरण है। ट्रंप ने मोदी काल में गरीबी उन्मूलन से लेकर उज्ज्वला योजना तक की कई उपलब्धियां गिनाई और कहा कि भारत अगले 10 साल में गरीबी से मुक्त हो जाएगा। अगले कुछ वर्षो में यहां दुनिया का सबसे बड़ा मध्यम वर्ग होगा।
ट्रंप ने भारत-अमेरिका के बीच चल रही ट्रेड वार्ता का भी जिक्र किया और माना कि भारत के साथ इस मुद्दे पर बात करना आसान नहीं है। मोदी को एक कठिन वार्ताकार (टफ नेगोशिएटर) बताते हुए उन्होंने कहा, ‘हम भारत के साथ एक शानदार ट्रेड समझौते पर बात शुरू कर चुके हैं जो दोनों देशों में निवेश करने को काफी आसान बना देगा। हम अभी तक का सबसे बड़ा ट्रेड समझौता करने जा रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि पीएम मोदी के साथ दोनों देशों को समान तौर पर फायदा पहुंचाने वाला समझौता करेंगे।’ ट्रंप पहले भी मोदी को हार्ड बार्गेनर बता चुके हैं।
सैन्य समझौतों पर होगी बात

अमेरिकी राष्ट्रपति ने दोनों देशों के बीच तीन अरब डॉलर के हेलीकॉप्टर खरीद समझौते का जिक्र किया और कहा कि अमेरिका भारत का सबसे मजबूत सैन्य साझेदार बनना चाहता है और इस बारे में हम बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका दुनिया में सबसे बेहतरीन हथियार व सैन्य उपकरण बनाता है और वे सभी उपकरण भारत को मुहैया कराने की पेशकश भी की।

सांस्कृतिक जुड़ाव की कोशिश

ट्रंप ने मोटेरा स्टेडियम में जुटे लोगों का दिल जीतने में भी कसर नहीं छोड़ी। स्वामी विवेकानंद से लेकर भारत की धार्मिक सद्भाव वाली जीवन पद्धति के जिक्र से उन्होंने सांस्कृतिक जुड़ाव दिखाया। बॉलीवुड की फिल्मों, सचिन तेंदुलकर जैसी क्रिकेट हस्ती और भांगड़ा का नाम लेने पर भी जमकर तालियां बजीं।

रिश्तों की केमिस्ट्री

प्रधानमंत्री मोदी के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति की केमिस्ट्री ने भी लोगों को लुभाया। बात चाहे दोनों बड़े नेताओं के हाथ मिलाने की हो या गहरे दोस्त की तरह गले मिलने की, हर हाव-भाव यह बताने के लिए काफी था कि रिश्ता कितना खास है। दोनों नेता जिस तरह से एक-दूसरे की खूबियों और उपलब्धियों का जिक्र कर रहे थे, उससे भी रिश्तों की मजबूती झलक रही थी।

मोदी ने दिखाई ताकत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बार फिर होम पिच पर दुनिया को अपनी ताकत का अहसास कराया। अमेरिका में जैसी धूम ‘हाउडी मोदी’ की थी, भारत में ‘नमस्ते ट्रंप’ भी उससे किसी मामले में कम नहीं दिखा। मोदी ने इस पूरे आयोजन को सांस्कृतिक कूटनीति का जरिया बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

ताज की खूबसूरती पर फिदा

आगरा में ताजमहल के संगमरमरी हुस्न को देख अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व प्रथम महिला मेलानिया के चेहरे खिल गए। ट्रंप को ताज के दीदार की ललक निर्धारित कार्यक्रम से 40 मिनट पहले ही अहमदाबाद से आगरा खींच लाई। बाहर से ही ट्रंप को ताज की जो पहली झलक मिली, वह प्रेम के भाव में अंदर तक उतर गई।

हम सिर्फ रणनीतिक साझेदार नहीं : मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप की यात्रा को भारत व अमेरिका के रिश्तों में नए युग की शुरुआत करार देते हुए कहा कि यह संबंध 21वीं सदी में दुनिया को दिशा देने वाला होगा। मोदी ने कहा कि भारत व अमेरिका सिर्फ रणनीतिक साझेदार देश नहीं है, बल्कि उससे भी ज्यादा बड़ा व करीबी रिश्ता है। राष्ट्रपति ट्रंप के अहमदाबाद पड़ाव की निगरानी व्यक्तिगत तौर पर कर रहे मोदी ने अपने मित्र राष्ट्रपति की उपलब्धियों को भी जमकर गिनाया। यही नहीं अपने भाषण में राष्ट्रपति की पत्नी मेलानिया ट्रंप, उनकी पुत्री इवांका ट्रंप व दामाद जेरेड कुशनर की उपलब्धियों का जिक्र करके शानदार मेजबानी का उदाहरण दिया।

मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत ही पिछले वर्ष ट्रंप के साथ ह्यूस्टन में आयोजित हाउडी मोदी कार्यक्रम को याद करके किया और कहा, ‘मेरे दोस्त ट्रंप अपनी ऐतिहासिक यात्रा की शुरुआत नमस्ते ट्रंप के साथ कर रहे हैं। राष्ट्रपति ट्रंप का अपने परिवार के साथ आना भारत-अमेरिका रिश्तों को एक परिवार जैसी मिठास व घनिष्ठता की पहचान दे रहा है।’ मेलानिया ट्रंप के लिए उन्होंने कहा, ‘आपका यहां होना हमारे लिए बहुत ही सम्मान की बात है। समाज में बच्चों के लिए आप जो करती हैं, वह प्रशंसनीय है।’ उन्होंने इवांका का भारत में दोबारा स्वागत करते हुए प्रसन्नता जताई तो उनके पति कुशनर के बारे में कहा कि आप जो भी काम करते हैं उसके दूरगामी परिणाम निकलते हैं। राष्ट्रपति ट्रंप के साथ अपनी पहली मुलाकात को याद करते हुए मोदी ने कहा कि भारत में हो रहे परिवर्तनों के बीच अमेरिका व भारत एक भरोसेमंद पार्टनर बने हैं।

ऐसे बीता ट्रंप का पहला दिन

पत्नी मेलानिया ट्रंप, बेटी इवांका ट्रंप और दामाद जेरेड कुशनर के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का विमान एयरफोर्स वन सुबह 11.40 पर अहमदाबाद एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। एयरपोर्ट से मोदी और ट्रंप की कारों का काफिला साबरमती आश्रम से होते हुए मोटेरा स्टेडियम पहुंचा। यहां ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम में संबोधन के बाद ट्रंप सपरिवार ताज का दीदार करने आगरा पहुंचे। देर शाम ट्रंप दिल्ली आ गए। यहां वह आइटीसी मौर्या शेरेटन में ठहरे हैं।

आज का कार्यक्रम

– सुबह 10 बजे राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत के बाद राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर जाएंगे

– इसके बाद हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात और समझौतों का आदान-प्रदान होगा

– देर शाम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ राष्ट्रपति भवन में बैठक और 10 बजे स्वदेश रवानगी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *