संवाददाता- (विकाश कुमार/चोपन/ सोनभद्र/ उत्तर प्रदेश)
सोनभद्र । कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए शासन-प्रशासन की तरफ से विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इसमे बाहर से आने वालों लोगों की पूरी तरीके से जांच की जा रही है। जिले से कानपुर, लखनऊ सहित दूसरे शहरों में गए कामगारों के लिए रोडवेज बसें ही सहारा बनीं।
आज अल सुबह दो रोडवेज बसों के माध्यम से 137 यात्रियों का जत्था सोनभद्र डिपो पहुँचा, जहाँ जिला प्रशासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के मलेरिया निरीक्षक आनन्द मिश्रा, पैरामेडिकल स्टॉप करिश्मा व नितेश शाहू की टीम ने सभी यात्रियों को एक-एक मीटर की दूरी पर लाइन लगवाकर थर्मल स्कैनिंग कर उनका नाम, पता व मोबाइल नंबर दर्ज कर घर भेजा गया।
तत्पश्चात यात्रियों को उनके गंतव्य तक रवाना किया गया। बताते चलें कि कोरोना वायरस से बचाव को लेकर शासन की तरफ से रोडवेज बसों व ट्रेनों का संचालन पूरी तरीके से 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है लेकिन पूरे देश में लॉक डाउन के निर्णय के बाद कई शहरों में फंसे कामगारों द्वारा पैदल ही अपने घरों का रुख करने के कारण योगी सरकार को उनके गंतव्य तक पहुँचाने के लिए कुछ रोडवेज बसों को चलाने का निर्णय लेना पड़ा। लखनऊ से झारखण्ड जा रहे यात्रियों ने बताया कि “हम सभी लोग झारखंड के गढ़वा, पलामू व लातेहार के निवासी हैं। हम लोग कल लखनऊ से 10 किमी0 पैदल चलकर चारबाग पहुँचे, वहाँ से रोडवेज बस द्वारा वाराणसी और आज वाराणसी से सोनभद्र पहुँचे हैं और अब यहाँ से विंढमगंज तक जाएँगे उसके बाद पैदल ही अपने-अपने घरों तक जाएंगे। रास्ते में तीन जगहों पर हम लोगों को खाना खिलाया गया। वहीं प्रत्येक रोडवेज डिपो में हमलोगों की जाँच की जा रही है उसके बाद ही आगे भेजा जा रहा है।”
कानपुर से सोनभद्र पहुँचे यात्रियों ने बताया कि “बहुत दिक्कत हो रही है, जांच के नाम पर कई घण्टे का समय बर्बाद किया जा रहा है। प्रशासन को चाहिए कि एक जगह जाँच के बाद एक पेपर दे दे जिससे हमलोग भी जल्दी से जल्दी अपने घर तक पहुँच सकें।”
वहीं एआरएम ए0के0सिंह ने बताया कि “शासन के निर्देश के क्रम में यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए कोरोना वायरस के चलते बंद चल रही बस सेवा को चलाने का निर्णय लिया गया है, जिससे कि यात्री अपने-अपने गंतव्यों पर पहुंच सके।”