सीमावर्ती राज्य के बॉर्डर पर कॅरोना पॉज़िटिव मरीज की खबर मिलते ही एमबीबीएस छात्राओं का दल विंढमगंज क्षेत्र में कॅरोना जागरूकता टीम ने केवल गांव में कॅरोना वायरस से बचाव के बताए गुर आदिवासी क्षेत्रों में महिलाओं ने आरती व पुष्पवर्षा कर मेडिकल छात्राओं का किया स्वागत
केवाल के पूर्व प्रधान ने अंगवस्त्रम से जागरूकता टीम का किया सम्मान
जागरूकता टीम द्वारा निःशुल्क मास्क, ग्लब्स, टॉनिक व दवाइयां पाकर ग्रामीण हुए गदगद
डिजिटल भारत न्यूज़24×7LiVE – संवाददाता- वीरेंद्र कुमार गुप्ता
विंढमगंज, सोनभद्र। गुरुवार को पड़ोसी राज्य झारखंड के गढ़वा में कॅरोना पॉज़िटिव मरीज की पुष्टि होते मेडिकल छात्राओं की कॅरोना जागरूकता टीम शुक्रवार की अलसुबह 7 बजे विंढमगंज क्षेत्र की तरफ कूच कर गई। विंढमगंज क्षेत्र के केवाल गांव में सुबह-सुबह पहुंची इस टीम का आदिवासी महिलाओं ने आरती उतारकर व पुष्पवर्षा कर जोरदार स्वागत किया। अत्यंत पिछड़े आदिवासी क्षेत्र के लोगों द्वारा की गई आगवानी और स्वागत से अभिभूत टीम में शामिल चार डॉक्टर सहित दो पैरा मेडिकल के स्टाफ ने करीब 3 घंटे तक विधिवत ग्रामवासियों को कॅरोना जैसे बीमारी का लक्षण, बचाव, एकांतवास व साफ-सफाई पर व्याख्यान दिए। टीम की सदस्यों में यूनिवर्सल कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेस नेपाल से एमबीबीएस तृतीय वर्ष की छात्रा मुस्कान गुप्ता ने हैंडपंप पर स्वयं के हाथ साबुन से धोकर डेमोंस्ट्रेशन किया।
येरीवान स्टेट गवर्नमेंट मेडिकल यूनिवर्सिटी अर्मेनिआ से एमबीबीएस फाइनल ईयर की छात्रा ऐमन अंसारी व द्वितीय वर्ष की छात्रा एरम अंसारी सहित युन्नान यूनिवर्सिटी ऑफ ट्रेडिशनल चाइनीस मेडिसिन चीन में एमबीबीएस तृतीय वर्ष की छात्रा शबनम परवीन ने बताया कि वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं मिल सका है। यह वायरस दुनिया भर में लाखों लोगों की जान ले चुका है। इस वायरस से बचाव के लिए सरकार ने कुछ नियम बनाए हैं, जो इन नियमों का पालन करेगा, वही कोरोना वायरस के हमले से बच सकेगा। इस बीमारी से बचने लिए कुछ नियम बनाए गए हैं। इनमें सबसे जरूरी है लॉकडाउन। यह आपके घर के बाहर लक्षमण रेखा के जैसी है। आप इस रेखा को पार करके घर के बाहर नहीं निकलेंगे तो वायरस से बच सकते हैं। इन नियमों का पालन करें।लॉकडाउन में घर से बाहर न निकलें। जरूरी हो तो मॉस्क पहनकर जाएं और लोगों से उचित दूरी बनाकर रखें। साबुन से बार-बार हाथ धोते रहें। यदि बाहर हैं तो सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। किसी से हाथ न मिलाएं। खांसते व छींकते समय मुंह को रुमाल या टिश्यू से ढकें।आंख, मुंह और नाक को न छुएं।
घर के सभी सामान जैसे फोन, मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप, रेलिग, दरवाजे के हैंडिल आदि को बार-बार सैनिटाइज करते रहें। हेरिटेज वाराणसी से नर्सिंग व अलीगढ़ से डी फार्मा करने वाली क्रमशः विजयलक्ष्मी सिंह व हबीबा खातून ने उपस्थिजनों को मास्क, ग्लब्स की उपयोगिता बताते हुए सबको निःशुल्क वितरित किया। इस दौरान फाइनल ईयर की छात्रा व टीम लीडर ऐमन अंसारी ने दो दर्जन मरीजों की चेकअप कर खांसी, सर्दी, ताकत, दर्द निवारक सहित अन्य रोगों की निःशुल्क दवाइयां वितरित की। अंत मे पूर्व प्रधान, वरिष्ठ समाजसेवी व हिंडाल्को ग्रामीण विकास विभाग से जुड़े दिनेश यादव द्वारा जागरूकता टीम की सभी छः सदस्यों को अंगवस्त्रम से सम्मानित किया गया।