पाँच माह बाद भी हत्यारे, पुलिस की पकड़ से दूर, मर्डर की जाँच में उलझी पुलिस; पीड़ित खा रहे दर-दर की ठोकरें

अलीगढ़, हाथरस से तुषार की रिपोर्ट 

अलीगढ़ से सटे शहर हाथरस में बीते 7 नवंबर 2021 को एक युवक की हत्या मोहल्ले के ही कुछ दबंग लोग कर देते है। अब पुलिस पीड़ित परिवार को जाँच का हवाला देकर बीते पाँच माह से इधर से उधर घुमा रही है।

पीड़ित परिजनों ने बताया कि हाथरस शहर कोतवाली में दर्ज प्रथम सूचना रिपोर्ट संख्या 0341/2021 302 आई०पी०सी० मे नामजद आरोपियों को पाँच माह बाद भी गिरफ्तार न किये जाने की शिकायत, आरोपियों को न्यायहित में शीघ्र गिरफ्तार किये जाने के सम्बन्ध में आज अलीगढ़ पुलिस उपमहानिरीक्षक दीपक कुमार से मिले और उन्हें पूरी बात बतायी कहा कि 07.11.2021 को रात करीब 10 बजे मेरा पुत्र मनोज कुमार की नामजद आरोपियों ने हत्या कर दी। नामजदों के खिलाफ हत्या करने के कई ठोस सबूत हैं। जो एफ0आई0आर0 मे लिखे गये हैं।

हत्या करने के समय आरोपी रामखिलाडी की छत पर खून के निशान व गोपाल की छत पर मनोज को घसीटने के निशान पाये गये थे। इन निशानों का परीक्षण करने के लिए फारेंसिक टीम व आरोपियों की पहचान करने के लिए स्क्वायड डोग की सहायता ली गयी।

आखिर कब मिलेगा मनोज को न्याय ढीली न्याय व्यवस्था के कारण पीड़ित परिवार को मिल रही जान से मारने की धमकी पुलिस पाँच माह से कर रही केवल जाँच

हत्या करने के समय आरोपी रामखिलाडी की छत पर खून के निशान व गोपाल की छत पर मनोज को घसीटने के निशान पाये गये थे। इन निशानों का परीक्षण करने के लिए फारेंसिक टीम व आरोपियों की पहचान करने के लिए स्क्वायड डोग की सहायता ली गयी।

आरोपियों के मकान पर सी०सी०टी०वी० कैमरे लगे हुए हैं। कैमरों की फुटेज से हत्यारे व हत्या करने के साक्ष्य मिल सकते है। परिजन ने आगे बताया कि मनोज कुमार के माथे व हाथ पर गम्भीर चोटों के निशान थे फिर भी अभी तक हत्या में इस्तेमाल किये गये हथियारों को बरामद नहीं किया गया। हत्या की सूचना रिपोर्ट सुबह ही कोतवाली में दी गई थी।

उसके बाद कई बार रिपोर्ट देने पर 01.दिसंबर.2021 को पच्चीसवें दिन रिपोर्ट दर्ज की गई। कारणवश आरोपियों ने हत्या के सबूतों को छुपाने व बदलने की साजिश की है। इस प्रकरण की शिकायत पुलिस अधीक्षक व पुलिस क्षेत्राधिकारी को कई बार कर चुके हैं।

कोतवाली पुलिस ने पाँच माह में आरोपियों को गिरफ्तार करने, उन्हें रिमाण्ड पर लेने और निशान देही से हथियारों को बरामद करने की कानूनी कार्यवाही नहीं की है। पीड़ित के परिजन प्रेम शंकर ने बताया कि मनोज के आरोपी खुले आम घूम रहे हैं और पीडित परिवार को जान से मारने की धमकी रहे हैं।

आज हम अलीगढ़ डीआईजी दीपक कुमार से मिले है। इस मामले में अलीगढ़ डीआईजी दीपक कुमार का कहना है अभी इस मामलें में लखनऊ से एक रिपोर्ट आनी बाकी है। ये जाँच का विषय है कि आखिर रिपोर्ट आने में देरी क्यु हो रही है। मनोज के हत्यारों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा।

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