राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत आज सहारनपुर में थे। मोक्षायतन योग संस्थान के 49वें स्थापना दिवस समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने योग की कई परिभाषा बताने के साथ इसकी महत्ता पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद थीं,पद्मश्री योगगुरु भारत भूषण के इस संस्थान में संघ प्रमुख मोहन भागवत मुख्य वक्ता के तौर पर पहुंचे थे। यहां पर मोहन भागवत ने कहा कि योग का मतलब है झुकना।
कलाकार कला की साधना करते हुए परम तत्व तक पहुंच जाते हैं। हमारे यहां जीवन में बुद्धि शरीर के लिए नहीं है। मनुष्य के अस्तित्व का सूत्र एक है, इसे जो समझ लेता है उसका कोई शत्रु नहीं रहता, कोई दुख नहीं रहता।
ऐसा जीवन जीकर दिखाना हमारा दायित्व है। हमारे पूर्वजों ने यह दायित्व हमें दिया है। दुखमुक्त होने के बाद हमें दुनिया को दुखमुक्त करना है। हमेशा समुद्र की लहरें होती हैं, लहरों के समुद्र नहीं होते।
स्वयं दुखमुक्त होने के बाद दुनिया को दुखमुक्त करना, यही भारत है। इसके अब कई प्रमाण मिल रहे हैं। निस्वार्थ बुद्धि से यह काम चलता है, यही हम सबका कर्तव्य है