महिला के पेट में 5 किलो की रसौली परिवार समझ, महिला है गर्भवती
शेखर सराफ मेमोरियल हॉस्पिटल कि स्त्रीरोगविज्ञान डॉ नेहा गॉड ने परिवार को दी खुशियां
शेखर सराफ मेमोरियल हॉस्पिटल की डॉक्टर नेहा गॉड ने सफलतापूर्वक बच्चेदानी में 5 किलो की गांठ को निकालकर बचा दानी को बचाने का कार्य किया है,
अलीगढ़ के गोंडा के रहने मरीज आरती पिछले कई माह से गर्भवती होने को लेकर खासा खुश थी, परिवार की यह खुशियां उस वक्त गम में बदल गई जब आरती का अल्ट्रासाउंड में उसके ही बच्चेदानी में रसौली होने की जानकारी प्राप्त हुई, बताया जाता है कि आरती पिछले 3 माह से पेट की समस्या को वह गर्भवती समझ कर अपना इलाज अलीगढ़ के विभिन्न डॉक्टरों से करा रही थी, जब उसे संतुष्ट इलाज ना मिला तो वह अलीगढ़ के शिखर सराफ मेमोरियल हॉस्पिटल अलीगढ़ में तैनात स्त्रीरोगविज्ञान डॉक्टर नेहा गॉड के संपर्क में आए, जांच के दौरान पता चला की आरती के पेट में बच्चा नहीं बल्कि 5 किलो का गांठ मौजूद थी, यह गांठ कैंसर अन्य बीमारियों होने का डर था,स्त्रीरोगविज्ञान डॉक्टर नेहा गॉड ने परिवार को तत्काल ऑपरेशन की सलाह दी, परंतु ऑपरेशन के वक्त बच्चेदानी को खराब होने की, आशंका थी इधर डॉ नेहा गॉड के संबलपुर से ऑपरेशन के बाद आरती के पेट में बच्चेदानी को बचा लिया गया, इधर स्त्रीरोगविज्ञान डॉ नेहा गौड़ ने बताया कि 50% फसादी महिलाओं की बच्चेदानी को खराब होने का आशंका लगी रहती है परंतु सूझबूझ से ऑपरेशन के दौरान 5 किलो की रसौली को निकालकर बच्चेदानी को सुरक्षित छोड़ा गया है परंतु नेहा गॉड की सूझबूझ से आरती के बच्चेदानी को बचाते हुए उनका ऑपरेशन कर दिया गया है आरती अब सुरक्षित है वह सुरक्षित गर्भवती हो सकती है, इधर आरती के परिवार में खुशी का माहौल है वह डॉक्टर और स्टाफ को धन्यवाद किया है,शेखर सर्राफ मेमोरियल हॉस्पिटल के संचालक सुमित सर आपने परिवार को उज्जवल जीवन की कामना की है, अस्पताल में लगातार इस तरह के दुर्लभ ऑपरेशन के बाद अस्पताल का नाम लगातार रोशन होता दिखाई दे रहा है।