पते की बात :भारत की होली- पाकिस्तान का दिवाला

पते की बात : भारत की होली- पाकिस्तान का दिवाला

विश्व की महाशक्ति बनने जा रहा है हिन्दुस्तान, हमारा वर्ष 2023-24 के लिए बजट अनुमान 52,619.07 करोड़ रुपये प्रस्तावित है, विश्व बैंक ने 2022-23 के लिए हिन्दुस्तान के वृद्धि दर के अपने अनुमान को 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.9 प्रतिशत कर दिया है। कहा जा रहा हैं कि भारत का अमृतकाल प्रारम्भ हो चुका हैं। विश्व की सभी महाशक्तियां हमें रोकने को नित्य नए षडयंत्र रच रहीं हैं।
यह वैश्विक कूटनीति की होली है, जो अभी खेली जानी बाकी है।

किन्तु हिन्दुस्तान की नाजायज औलाद #पाकिस्तान जिसे भारत की विकास की गति अवरुद्ध करने और हमारे महान साँस्कृतिक विरासत को ध्वस्त करने को सृजित किया गया, उसका आज क्या हाल है? हिन्दुस्तान ने कभी पाकिस्तान का बुरा नहीं चाहा और पाकिस्तान का कभी हमारा भला नहीं चाहा, विश्व भार में इस्लामिक आतंकवाद का निर्यातक देश बर्बादी के कगार पर है, किन्तु कर्म-फल के सिद्धांत ने अपना खेल रच दिया है।

कभी भारत की सड़कों पर नारे लगा करते थे ‘हँस के लिया है पाकिस्तान- लड़ के लेंगे हिन्दुस्तान’ और इस इस्लामिक जिहादी उन्माद ने पाकिस्तान की यह हालत कर दी कि आज पाकिस्तान दाने-दाने को मुहताज है, विश्व भर में कोई देश उसे कर्ज या अनुदान देने को तैयार नहीं है, ना अमेरिका, जिसकी शह पर पाकिस्तानी कूदा करते थे, ना ही कोई मुस्लिम देश।

हिन्दुस्तान राष्ट्र को वैश्विक महाशक्ति बनने से रोकने को की गयी अंग्रेजों की साजिश नंगी हो चुकी है।

वर्तमान स्थिति यह है कि पाकिस्तानी रुपये की कीमत अमेरिकन डॉलर के मुकाबले 270 रुपये हैं, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) के पास विदेशी मुद्रा भंडार में केवल 4.4 बिलियन डॉलर रह गया है, जो मुश्किल से तीन सप्ताह के लिए पर्याप्त है। वहीं, कंटेनरों को खाली करने के लिए लगभग डेढ़ से दो बिलियन डॉलर की आवश्यकता है।

अस्पतालों में दवा की कमी है, आपूर्ति श्रृंखलाओं के टूटने के कारण पाकिस्तान में कारोबार बंद होने का खतरा है क्योंकि घरेलू स्तर पर निर्मित सामान आयातित कच्चे माल पर ही निर्भर हैं। पाकिस्तान में उद्योग भी गंभीर स्थिति में है। वहीं गेहूं, खाद और पेट्रोल जैसी चीजें भी खत्म हो रही हैं।

आपको स्मरण होगा कि नवंबर 2016 को हिन्दुस्तान के प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी ने जब #नोटबंदी की, तो कॉंग्रेस सहित सभी मोदी विरोधी दल व टुकड़े-टुकड़े गैंग बहुत कूदा था कि पता नहीं मोदी ने क्या जुल्म कर दिया और मणिशंकर अय्यर ने तो पाकिस्तान जाकर मोदी को हटाकर कॉंग्रेस को लाने की गुहार भी लगाई थी।

आपको पता है कि मोदी सरकार के केंद्र में सत्ता में आने से पूर्व कॉंग्रेस और तत्कालीन वित्तमंत्री चिदम्बरम के सहयोग से पाकिस्तान में हिन्दुस्तान की नकली करेंसी छापने का खेल चल रहा था और उसी के सहारे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पाली जा रहीं थी, जब यह खेल खत्म हुआ तो आज पाकिस्तान मरणासन्न अवस्था में है।

आज कोई पाकिस्तान को कर्ज देने को तैयार नहीं है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कर्ज देने के लिए कड़ी शर्तें रखी हैं, जिससे वहाँ मँहगाई और बढ़ेगी।

दूसरी और तहरीरे-तालिबान-ऑफ-पाकिस्तान पाकिस्तानी सेना पर निरन्तर हमले कर रहा है, पाकिस्तानी सेना के पास लड़ने को गोला बारूद नहीं है ना ही उसे खरीदने को पैसा है, दूसरी ओर सिंध बलुचिस्तान तथा पीओके में पाकिस्तान से अलग होने को हिंसक आंदोलन हो रहे हैं।

समान्य रूप से मुसलमान कहते हैं कि मुसलमानों में परस्पर कोई भेद नहीं होता, तो यह आपस में लड़ते क्यों है? अभी हाल ही में पेशावर की शिया मस्जिद में विस्फोट हुआ, जिनमें 100 से अधिक पुलिस अधिकारी सिपाही मारे गये, कराची में अहमदिया मस्जिद ध्वस्त कर दी गयी और यह सब इस्लाम के नाम पर ही होता है, 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान पाकिस्तानी सेना ने लगभग 30 लाख निर्दोष बांग्लादेशी मुसलमानों की हत्या कर दी थी व लाखों मुस्लिम महिलाओं से सामुहिक बलात्कार किया गया, क्यों?

क्योंकि इस्लाम की मूल प्रवृत्ति – हिंसा है आज से नहीं जब से उसका उत्पत्ति हुई तब से और जहाँ जहाँ भी वो गए सभी जगह, रक्तबीज की तरह। मुझे कदापि नहिं लगता कि जब तक कुरान और कुरान के अनुयायी विश्व में कहीं भी है, मानवतावादी का संकट समाप्त होगा व वैश्विक शांति सम्भव होगी, किन्तु इतना निश्चित है कि एक माह बाद जब हम अपनी #होली मना रहे होंगे, पाकिस्तान का दिवाला निकल चुका होगा।
~अशोक चौधरी
अध्यक्ष – आहूति

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