अलीगढ़:हिन्दी पत्रकारिता का स्वाधीनता आंदोलन में स्वतंत्रता की अलख जगाने में अहम भूमिका :प्रदीप शर्मा

हिन्दी पत्रकारिता की स्वाधीनता आंदोलन में
स्वतंत्रता की अलख जगाने में अहम भूमिका : प्रदीप शर्मा
अलीगढ़। हिन्दी पत्रकारिता की स्वाधीनता आंदोलन में स्वतंत्रता की अलख जगाने में अहम भूमिका रही, यह विचार हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसो0 (उपजा) के प्रांतीय महामंत्री प्रदीप शर्मा ने व्यक्त किये।
इस अवसर पर तस्वीर महल स्थित प्रेस क्लब पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी से पुर्व पत्रकारों द्वारा गणेश शंकर विद्यार्थी की प्रतिमा पर प्रातः माल्यापर्ण किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रदीप सारस्वत ने की तथा संचालन वसीम अहमद सलमानी ने किया। गोष्ठी में दिवंगत पत्रकारों को दो मिनट का मौन धारण करके श्रद्वाजंली अर्पित की गई।
उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसो0 (उपजा) के प्रांतीय महामंत्री प्रदीप शर्मा ने कहां कि आज हम 97 वा हिंदी पत्रकारिता दिवस मना रहे हैं। आज के दिन 30 मई 1826 को कानपुर के रहने वाले पंडित जुगल किशोर शुक्ला ने कोलकाता से पहला हिंदी साप्ताहिक समाचार पत्र ’’उदन्त मार्तंण्ड’’ निकाला था लेकिन कोलकाता में हिंदी के पाठक कम होने के कारण समाचार पत्र की आर्थिक स्थिति कमजोर होती गई और मजबूरन 79 अंक के बाद डेढ़ वर्ष के भीतर ही दिसंबर 1827 में अखबार बंद करना पड़ा। उन्होंने कहा कि हिंदी पत्रकारिता का देश में स्वर्णिम इतिहास रहा है स्वाधीनता आंदोलन में पत्रकारिता ने स्वतंत्रता की अलख जगाने में अहम भूमिका निभाई थी। निष्पक्ष पत्रकारिता लोकतंत्र की आवश्यकता है जितनी मजबूत पत्रकारिता होगी उतना ही प्रजातंत्र भी मजबूत होगा। वरिष्ठ पत्रकार राज नारायण ने कहा कि हम पत्रकारों का जो इतिहास है वह क्रांतिकारियों से जुड़ा है उन्ही लोगों द्वारा हिंदी पत्रकारिता की नींव डाली गई है पत्रकार अपने को किसी सैनिक से कम न समझें जिस प्रकार एक सैनिक अपने सर्वस्व न्यौछावर कर बॉर्डर पर रक्षा करता है उसी प्रकार एक पत्रकार देश के अंदर रक्षा करता है। कहा कि हम पत्रकारों का जो इतिहास है वह क्रांतिकारियों से जुड़ा है उन्ही लोगों द्वारा हिंदी पत्रकारिता की नींव डाली गई है पत्रकार अपने को किसी सैनिक से कम न समझें जिस प्रकार एक सैनिक अपने सर्वस्व न्यौछावर कर बॉर्डर पर रक्षा करता है उसी प्रकार एक पत्रकार देश के अंदर रक्षा करता है।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए युवा पत्रकार प्रशांत हितैषी ने कहा कि आज कल युवा पीढ़ी पत्रकारिता में यह सोचकर आए कि यह त्याग और समर्पण का क्षेत्र है।
कार्यक्रम को वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सक्सेना, सुरेन्द्र शर्मा,ज्ञानेंद्र मिश्रा,देवेन्द्र वाष्णेय, प्रमोद कुमार,नदीम,डी.के.गौतम,सुशील तोमर आदि ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम मे वी एन शर्मा, प्रमोद कुमार, वसीम अंसारी, प्रदीप कुमार, ललित राजन, हरीश कुमार, धर्मेंद्र राघव, अनवर खान, राहुल गुप्ता बालाजी, सुशील तोमर, संदीप शर्मा, अक्षय कुमार गुप्ता, शान मोहम्मद, प्रशांत शर्मा, चेतन वार्ष्णेय, चाहत खां, काके भाई, अनिल चौधरी, जितेंद्र कुमार, आकाश कुमार, मनोज शर्मा, सत्यवीर सिंह, चांद बाबू, सुंदर, कामरान, गुलाव नवी, हरीश बेताब आदि मौजूद रहे।

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