बछरावां/रायबरेली: वित्त विहीन विद्यालयों के वित्तविहीन शिक्षकों को सरकार द्वारा सम्मानजनक व जीविकोपार्जन भर का मासिक मानदेय स्थाई रूप से सरकार द्वारा ट्रेजरी के माध्यम से दिलाने सहित 3 सूत्रीय मांगों को लेकर अहिबरन सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष एवं प्रभारी मध्य उत्तर प्रदेश माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के नेतृत्व में बछरावां थाना क्षेत्र के अंतर्गत लखनऊ प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित चुरूआ हनुमान मंदिर से पदयात्रा कर गांधी प्रतिमा हजरतगंज चौराहा लखनऊ जा रहे शिक्षकों को पुलिस द्वारा चुरूआ के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।
आपको बता दें कि, शिक्षक महासभा की महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष रुबीना कुरैशी ने कहा कि, आज उत्तर प्रदेश की 85% शिक्षा व्यवस्था वित्तविहीन शिक्षकों के कंधों पर है, परंतु प्रदेश सरकार वित्तविहीन शिक्षकों की ओर आंखें मूंदे हुए हैं।वित्तविहीन शिक्षकों को सम्मानजनक मानदेय दिया जाए ताकि वह भी बेहतर जीवन जी सकें।
पदयात्रा में शामिल समाजवादी पार्टी व माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षक महासभा से शिक्षक एमएलसी के लिए अधिकृत प्रत्याशी उमा शंकर चौधरी ने कहा कि, भाजपा सरकार वित्तविहीन शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। पूर्व की समाजवादी सरकार ने वित्तविहीन शिक्षकों के लिए 200 करोड़ रुपए का बजट देकर वित्तविहीन शिक्षकों को अच्छा मानदेय देने का प्रयास किया था।
परंतु वर्तमान की भाजपा सरकार ने उस व्यवस्था को समाप्त कर वित्तविहीन शिक्षकों को बदतर जीवन जीने पर मजबूर कर दिया है। पदयात्रा की अगुवाई कर रहे अहिबरन सिंह ने कहा कि, भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पहले वादा किया था कि, वह वित्तविहीन शिक्षकों को और अच्छा मानदेय प्रदान करेगी परंतु सत्ता में आते ही उसने वित्त विहीन शिक्षकों के साथ विश्वासघात कर पूर्व की समाजवादी पार्टी में मिल रहे मानदेय को भी बंद कर दिया।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर चुरूआ हनुमान मंदिर से पदयात्रा कर लखनऊ जा रहे माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के लगभग दो दर्जन से अधिक शिक्षकों को एसडीएम महराजगंज विनय कुमार सिंह व कोतवाल बछरावां पंकज तिवारी के द्वारा भारी पुलिस बल के साथ पदयात्रा को रोककर गिरफ्तार कर बछरावां थाने पहुंचाया। जहां सभी को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया।
इस अवसर पर शिक्षक देवेश सिंह, संतोष पटेल, समीर पटेल, अंकित सिंह, जय श्री, रेखा सिंह सहित बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे।