प्रधान व् सचिव पर फर्जी तरीके से सरकारी धन के बंदर बाट का पूर्व प्रधान व् ग्रामीणों ने लगाया आरोप
जिला संवाददाता – जगबली प्रसाद / कोन / चोपन /सोनभद्र
कोन। विकास खंड चोपन के ग्राम पंचायत नक्तवार में पूर्व प्रधान समेत दर्जनों ग्रामीणों ने प्रधान व् सचिव पर मानक के विपरीत रिबोर कराकर व् पेयजल के नाम पर सरकारी धन के बंदरबाट का आरोप लगाया है।पूर्व प्रधान नागेश्वर,रंगीलाल,लक्ष्मी जायसवाल समेत ग्रामीण देवनाथ,अनिल,सुनील,शंकर,बाबूलाल,अजय,नरेश,उपेंद्र,संजय,बच्चन व् पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य रमाशंकर व् क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रतिनिधि विजय चौधरी का कहना है कि देवनाथ खरवार,नन्हकू चेरो,अरुण खरवार,पटोरी
यादव,लालमन,कोमल,कपिलदेव,केवल,रमाशंकर,झरेला आदी लोगो के घर के पास समेत और भी अन्य हैण्डपम्प खराब है और लोग प्रदूशित पानी पीने को तैयार है लेकिन उसकी रिबोर न कराकर प्रधान व् सचिव सिर्फ अपने सहयोगियों व् चहेतों की हैंड पम्प की रिबोर करा रहे है कुछ ऐसे ही बोरिंग पूर्व में सिच्चाई हेतु साथ ही चलते हैडपम्पो को बदलने हेतु फर्जी रिबोर दिखाकर लाखो रूपये की बंदर बाट किये है वहीँ कुछ ऐसे रिबोर भी कराये गये है जहा सिर्फ प्रश्नल घरेलू इस्तेमाल के लिए हैण्डपम्प लगवाए गये है।ग्रामीणों का कहना है कि उक्त व्यक्तियों को छोड़कर गाँव में और भी अन्य हैण्डपम्प खराब है लेकिन उसे दरकिनार करते हुए मानक के विपरीत रिबोर कराकर फर्जी प्रस्ताव बनाकर अस्सी हजार से एक लाख रूपये तक की भुगतान दिखाकर प्रधान,सचिव अन्य अधिकारियों की मदद से सरकारी धन का बंदरबाट कर ले रहे है। वहीँ पूर्व प्रधान लक्ष्मी जायसवाल,नागेश्वर व् रंगीलाल ने बताया कि प्रधान व् सचिव् के विरुद्ध पूर्व में कई कार्यो के घोटाले की पुष्टि भी हो चुकी है लेकिन विभागीय मिली भगत से अभी तक कोई कार्यवाई नही की गयी।साथ ही पूर्व प्रधानो ने बताया कि प्रधान अपना निजी ट्रैक्टर लगाकर कुछ लोगो को दो से तीन टैंकर पानी सप्लाई करके पेयजल के नाम पर लाखों का फर्जी भुकतान करा लेते है।साथ ही कुछ ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान द्वारा कहा जाता है कि तुमलोग हमे ओट नही दिए हो इसलिए तुमलोगो के बीच विकास कार्य नही होने दूंगा।ग्रामीणों का कहना है कि लगभग पन्द्रह दिन पहले खण्ड विकास अधिकारी व् नोडल अधिकारी(एडीओ पंचायत)को सेलफोन के माध्यम पुरे मामले से अवगत भी कराया गया लेकिन अभी तक कोई कार्यवाई नही हुई।वहीँ ग्रामीणों ने कहा कि प्रधान का तानाशाह रवैये की वजह से बगैर खुली बैठक किये फर्जी प्रस्ताव बनाकर सारे विकास कार्यो में घोटाले कर दिए जा रहे है।तथा प्रधानमंत्री आवास के लाभार्थियों की फर्जी सूचि बनाकर जिसको पूर्व में भी आवास मिल चुका है उनका भी नाम आवास के लिए भेज दिया जा रहा है।जबकि कुछ पूर्व में ऐसे भी लाभार्थी है जो आवास का पैसा निकालकर खा भी चुके है।वही ग्रामीणों ने जिलाधिकारी महोदय से जांच कर कार्यवाई करने की गुहार लगाई है।