मृत पारा शिक्षक के परिजनों का बुरा हाल, मजदूरी करके कर रहे हैं भरण पोषण, नहीं लिया किसी ने सुधी

मृत पारा शिक्षक के परिजनों का बुरा हाल, मजदूरी करके कर रहे हैं भरण पोषण, नहीं लिया किसी ने सुधी
डिजिटल भारत न्यूज़24×7 LiVEसंवाददाता- (संकेत कुमार श्रीवास्तव/खरौंधी/ गढ़वा/ झारखण्ड)
खरौंधी (गढ़वा)- प्रखंड के मध्य विद्यालय पिपरी के मृतक विकलांग पारा शिक्षक कामेश्वर मेहता के परिवार की स्थिति काफी दयनीय हो गया है। आज मृतक पारा शिक्षक की पत्नी बच्चो को मजदूरी कर पालन पोषण करने को मजबूर है। चार माह बीत जाने के वावजूद भी आज तक सरकार तथा पारा शिक्षक संघ से भी किसी तरह का कोई सहयोग व सहायता नही मिला। मृतक पारा शिक्षक कामेश्वर मेहता के पत्नी कंचन कुंवर तथा बृद्ध पिता रामाधार मेहता ने बताया कामेश्वर मेहता को लगभग 9 माह पूर्व फेफड़ा में इंफेक्शन हो गया था। इलाज के लिये जिला मुख्यालय से लेकर रांची तथा वनारस तक दौड़ते रहे। लगभग 10 लाख रुपये खर्च होने के बाद भी 23 मार्च को वनारस के पॉपुलर हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गया। कामेश्वर मेहता के इलाज में सारा जमीन तथा घर के आवश्यक सामान भी बेच दिये। इसके बावजूद भी कामेश्वर मेहता ठीक नही हुये। तत्पश्चात अपने रिस्तेदार तथा गांव घर के लोगो से कर्ज लेकर इलाज कराये। पैसा भी खत्म हो गया कामेश्वर मेहता ठीक भी नही हुआ। अंत मे 23 मार्च को उसकी मौत हो गयी। उसके मौत के बाद घर परिवार की स्थिति खाफी खराब हो गयी है। घर मे खाने के लिये भी नही है। ऊपर से लोग कर्ज वसूलने के लिये प्रतिदिन घर आ रहे है। चार माह बीत जाने के वावजूद भी आजतक किसी प्रकार का सहयोग सरकार तथा पारा शिक्षक संघ के द्वारा नही मिला।
जानकारी के अनुसार मृतक पारा शिक्षक कामेश्वर मेहता शरीर से विकलांग थे। फिर भी ईमानदारी तथा निष्ठा के साथ प्रतिदिन अध्यापन कार्य करते थे।

मृतक पारा शिक्षक की पत्नी क्या कहती है
मृतक पारा शिक्षक की पत्नी कंचन कुंवर रोते बिलखते हुये कहती है कि घर का इकलौता वही एक सहारा थे। इनके वेतन से ही घर परिवार चलता था। लेकिन पारा शिक्षक कामेश्वर मेहता के मौत के बाद घर परिवार पर संकट के बादल ही टूट गया है। बीमारी में इलाज के लिए सारा जमीन तथा घर का आवश्यक सामान भी बेच दिये। इलाज में ही अपने रिश्तेदारों तथा गांव के पड़ोसियों से लगभग 7 लाख कर्ज भी ले लिये। अंत मे इलाज के दौरान वनारस में उनका मौत हो गया। मृतक कामेश्वर मेहता ही घर परिवार को चलाते थे। साथ ही बताया मौत के बाद सहयोग के लिये मुखिया जमुनी देवी तथा पारा शिक्षक संघ के पास गये। लेकिन इस दुख मेंई घड़ी में किसी ने सहयोग नहीं किया। सभी ने कोरोना का हवाला देकर सहयोग करने से मना कर दिया। सरकार से भी कोई लाभ नहीं मिल पाया।


पारा शिक्षक संघ के लोग क्या कहते है
पारा शिक्षक संघ के प्रखंड सचिव बिभूति नारायण सिंह ने कहा लॉक डाउन के कारण मृतक कामेश्वर मेहता के परिवारों से नही मिल पाये है। एक दो दिन के अंदर पारा शिक्षक संघ के सभी सदस्य मृतक परिवार से मिलेगा। संघ मृतक की पत्नी के लाभ दिलाने के लिये विभाग के पदाधिकारी से मुलाकात कर मांग करेगी।


क्या कहते है पदाधिकारी
प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी राकेश कुमार ने बताया मृत पारा शिक्षक के पत्नी तथा बच्चों को सरकार द्वारा अभी तक किसी तरह का लाभ नही दिया जाता है। लेकिन मृतक पारा शिक्षक की पत्नी जिला शिक्षा पदाधिकारी के नाम आवेदन दे। सहानिभूति विचार करते हुये वरीय पदाधिकारी के निर्देशानुसार लाभ देने का प्रयास किया जायेगा।

फोटो कैपसन- मृतक पर शिक्षक की पत्नी व बच्चे

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